यूपी के इस जिले में भी चलेगी मेट्रो, इस रूट पर सफल हुआ ट्रायल
मेट्रो रेल परियोजना को लेकर जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं
जल्द ही मेरठ शहर में मेट्रो का संचालन शुरू हो जाएगा। रविवार को मेरठ साउथ से शताब्दीनगर के बीच मेट्रो का ट्रायल किया गया। इस दौरान एनसीआरटीसी के अधिकारी भी रहे। जल्द ही नमो भारत और मेट्रो का शताब्दी नगर तक संचालन शुरू हो जाएगा।
तेज़, सुरक्षित और विश्वसनीय यात्रा का भविष्य
मेरठवासियों के लिए अच्छी खबर है। मेट्रो रेल परियोजना को लेकर जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। सरकार इस प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द अंतिम रूप देने और काम शुरू करने पर जोर दे रही है। लोगों को आधुनिक परिवहन सुविधा देने के लिए इस परियोजना को प्राथमिकता दी जा रही है। मेट्रो प्रणाली ने भारत में यात्रा को परिवर्तनकारी अनुभव बना दिया है। 11 राज्यों और 23 शहरों में 1,000 किलोमीटर से ज़्यादा की दूरी तय करने वाली मेट्रो प्रणाली पर लाखों लोग तेज़, आसान और किफ़ायती यात्रा के लिए भरोसा करते हैं। इस वृद्धि के साथ, भारत दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क बन गया है। मेट्रो सिर्फ़ घूमने-फिरने का ज़रिया नहीं है .यह शहरों में हमारे रहने और आने-जाने का तरीका बदल रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 5 जनवरी को भारत के मेट्रो नेटवर्क को बढ़ाने में एक बड़ी छलांग लगाई, जिससे यह और भी शक्तिशाली और उन्नत बन गया। ये परियोजनाएँ परिवहन के लिए एक बड़ी उपलब्धि हैं, क्योंकि मेट्रो प्रणाली अब लंबी दूरी तय करती है और प्रतिदिन 1 करोड़ से अधिक यात्रियों को सेवा प्रदान करती है। मेट्रो प्रणालियों के गलियारों और लेन ने भारत में शहरी यात्रा को नया रूप दिया है, जिसकी यात्रा दशकों पहले शुरू हुई थी। 1969 में, मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट के माध्यम से मेट्रो सिस्टम की पहल शुरू की गई थी। हालाँकि, पहले कदम को हकीकत बनने में लगभग दो दशक लग गए। मेट्रो नेटवर्क का विस्तार विभिन्न शहरों में हुआ, आज दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर, चेन्नई, हैदराबाद और कई अन्य शहरों में मेट्रो सेवाएं हैं, जो लाखों यात्रियों के लिए प्रमुख परिवहन माध्यम बन चुकी हैं, मेट्रो के जरिए न केवल यातायात की समस्याओं का समाधान हुआ है, बल्कि यह पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता और आधुनिक परिवहन प्रौद्योगिकी की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।भारत में अब तक का मेट्रो का सफर
मेट्रो का सफर भारत में न केवल आधुनिकता की दिशा में एक कदम हैए बल्कि यह देश की बढ़ती शहरीकरण और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रगति को भी दर्शाता है। मेरठ साउथ से शताब्दीनगर के बीच नमो भारत और मेट्रो के संचालन की तैयारियां तेजी से हो रही हैं। रविवार को मेरठ साउथ से शताब्दी नगर स्टेशन के बीच मेट्रो के ट्रायल से पहले अधिकारियों ने पूजा अर्चना भी की। इसके बाद मेट्रो का ट्रायल 15 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से किया गया। ट्रायल में अधिकारियों की टेक्निकल टीम भी मौजूद रही। माना जा रहा है कि अब टेक्निकल टीम की हरी झंडी मिलते ही मेरठ साउथ से शताब्दी नगर के बीच भी नमो भारत और मेट्रो का संचालन शुरू हो जाएगा। फिलहाल नमो भारत का न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ के बीच संचालन किया जा रहा है। अब नमो भारत और मेट्रो के मेरठ साउथ और शताब्दी नगर के बीच संचालन करने की तैयारी है। केंद्र सरकार ने घोषणा की थी कि वह 1 मिलियन से अधिक आबादी वाले सभी भारतीय शहरों को मेट्रो रेल प्रणाली के कार्यान्वयन के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। केंद्र सरकार ने केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के 50 शहरों में मेट्रो रेल प्रणाली को लागू करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। जिसमें अधिकांश नियोजित परियोजनाओं को विशेष प्रयोजन वाहनों के माध्यम से कार्यान्वित किया जाना था। गौरतलब होए देश में मेट्रो का विस्तार सिर्फ़ ज़मीनी परिवहन तक ही सीमित नहीं रहा हैए बल्कि भविष्य के लिए नए.नए समाधान भी अपनाए जा रहे हैं। नदी के नीचे सुरंगों से लेकर चालक रहित ट्रेनों और जल मेट्रो तकए भारत आधुनिक शहरी गतिशीलता में नए मानक स्थापित कर रहा है।