UP में 2027 चुनाव से पहले सीएम योगी की बड़ी भविष्यवाणी, कहा- 80:20 की लड़ाई है, हम लोग...
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सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि 2029 में यूपी वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी के साथ ही देश की भी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। इसमें सबको गौरव की अनुभूति होनी चाहिए, जिसका पर्सनल एजेंडा है उसे ही यह अच्छा नहीं लगेगा और वही यूपी के पोटेंशियल पर संदेह कर सकता है।
चुनावों में भाजपा की भारी जीत की भविष्यवाणी
80:20 की लड़ाई: योगी आदित्यनाथ
सीएम योगी ने कहा कि पिछले 8 वर्षों में पारदर्शिता बढ़ी है। कार्यों की पूर्ति की निर्धारित प्रक्रिया है, जिसमें वक्त लगता है मगर उसके पूरा होने की गारंटी है। नीति आयोग ने उत्तर प्रदेश को अपना वित्तीय अनुशासन बनाए रखने के लिए देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में रखा है। 25 करोड़ की आबादी के बाद भी हम रेवेन्यू सरप्लस स्टेट हैं। एक समय था जब कोई लोन देने या निवेश करने को तैयार नहीं होता थाए वहीं आज हम प्रोजेक्ट तैयार करते हैं तो बैंकों की लाइन लगती है। प्रदेश को लेकर देश में परसेप्शन बदला है। विपक्ष को अपने पिछले कार्यों के लिए जनता से माफी मांगना चाहिए। आदित्यनाथ ने कहा कि सभी प्रयास 80ः20 की जीत हासिल करने के उद्देश्य से किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, हम इसी लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहे हैं और यही परिणाम आएगा। यह पूछे जाने पर कि क्या कुछ लोग उन्हें भाजपा के राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में देखते हैं, आदित्यनाथ ने कहा कि वह सिर्फ एक योगी हैं, जो देश और उसके लोगों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं। राजनीति में अपनी भूमिका पर बात करते हुए उन्होंने कहा, ष्देखिए, मैं किसी का वारिस नहीं हूं। मैं योगी बनकर काम करना चाहता हूं। भारत माता के सेवक के तौर पर मुझे उत्तर प्रदेश के लोगों की जिम्मेदारी दी गई है और मैं उसी हैसियत से अपना कर्तव्य निभा रहा हूं। 2024 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, जिसने 37 सीटें हासिल कीं। कांग्रेस ने छह सीटें जीतीं, जिससे इंडिया ब्लॉक की कुल सीटें 43 हो गईं। एनडीए को सबसे बड़ा झटका तब लगा, जब भाजपा सिर्फ़ 33 सीटें जीत पाई। सीएम योगी ने कहा कि रिजर्व बैंक की वर्ष 2024-25 की रिपोर्ट देश के सभी राज्यों की कर की प्राप्ति में यूपी का अंश 2022-23 में 9.9 प्रतिशत, 2023-24 में 10.5 तथा 2024-25 में 11.6 फीसदी रहा है। राजस्व प्राप्ति के सापेक्ष ब्याज पर व्यय उत्तर प्रदेश में बाकी राज्यों से कम है। हम कर्ज कम लेकर अपने रेवेन्यू का इस्तेमाल प्रदेश के विकास में कर रहे हैं। यूपी की जीडीपी 1950 से 2017 तक 12.75 लाख करोड़ तक था, जिसे 2025 तक 27.51 करोड़ करने में सफलता हासिल हुई है। वित्तीय वर्ष 2025-26 के अंत तक सरकार इसे 32 लाख करोड़ तक पहुंचाने के लक्ष्य के साथ काम कर रही है।