चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर रोहित शर्मा ने किया यह काम, दुबई के प्रिंस भी हुए खुश

चैंपियंस ट्रॉफी की यादों को फिर किया ताजा, रोहित शर्मा ने दुबई के प्रिंस को दी खास जर्सी
मुंबई इंडियंस की टीम में चाहे मैदान के बाहर कुछ भी हो रहा हो, खिलाड़ी आपस में मतभेदों को लेकर चर्चा में हों, रोहित शर्मा और हार्दिक पांड्या एक-दूसरे से दूरी बनाते नजर आएं, लेकिन जब बात आती है भारतीय क्रिकेट टीम की, तो पूरा ड्रेसिंग रूम एकजुट हो जाता है। चाहे मैदान हो या उसके बाहर, भारतीय टीम के खिलाड़ियों के बीच की बॉन्डिंग मिसाल बन जाती है। कुछ ऐसा ही नजारा हाल ही में देखने को मिला जब दुबई के प्रिंस भारत दौरे पर आए।
गौरतलब है कि दुबई के क्राउन प्रिंस इस समय भारत के दो दिन के दौरे पर हैं। यह दौरा इसलिए भी खास बन गया क्योंकि हाल ही में भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का खिताब जीता था, और वो भी दुबई में। असल में यह टूर्नामेंट पहले पाकिस्तान में होना तय था, लेकिन भारत ने पाकिस्तान जाकर खेलने से इनकार कर दिया था। इसके चलते भारत के सभी मैच दुबई में आयोजित किए गए, जिनमें से फाइनल भी शामिल था। इस फाइनल में भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड को मात देकर ट्रॉफी अपने नाम की थी।
रोहित शर्मा ने उस दौरान बयान दिया था कि दुबई में खेलते हुए उन्हें कभी ऐसा महसूस नहीं हुआ कि वह घर से बाहर हैं। वहां की पिचें, माहौल और दर्शकों का सपोर्ट पूरी तरह से भारत जैसा लगा। शायद यही वजह है कि दुबई का उनके दिल में खास स्थान बन गया है। अब जब दुबई के प्रिंस भारत आए, तो भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने उन्हें एक बेहद खास गिफ्ट दिया – चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की भारतीय टीम की ओरिजनल जर्सी।
दुबई के प्रिंस ने इस खास मुलाकात की एक तस्वीर अपने सोशल मीडिया पर शेयर की है। तस्वीर में साफ देखा जा सकता है कि रोहित शर्मा खुद उन्हें जर्सी सौंपते हैं। वहीं, हार्दिक पांड्या, सूर्यकुमार यादव और जय शाह भी इस मोमेंट का हिस्सा बनते हैं। जय शाह, जो कि इस समय ICC के चेयरमैन हैं, उन्होंने भी दुबई के प्रिंस को एक ट्रॉफी भेंट की, जिसे उन्होंने एक यादगार पल के तौर पर उन्हें सौंपा।
इस पूरे इवेंट की सबसे बड़ी बात यह रही कि भारतीय टीम के प्रदर्शन को सम्मानित करने के लिए यह मुलाकात रखी गई थी। इस मौके को यादगार बनाने के लिए न सिर्फ टीम इंडिया की जर्सी दी गई, बल्कि एक विशेष ट्रॉफी भी प्रिंस को गिफ्ट की गई। यह ट्रॉफी उस शानदार प्रदर्शन का प्रतीक बनी जो भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में दिखाया था।
अगर चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की बात करें तो भारत ने इस टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। ग्रुप स्टेज से लेकर फाइनल तक टीम ने अपना दबदबा बनाए रखा। फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबला हुआ, जिसमें भारत ने शानदार जीत दर्ज की। यह जीत सिर्फ एक ट्रॉफी जीतना नहीं था, बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए एक ऐतिहासिक पल भी था। ये वही न्यूजीलैंड की टीम थी जिसने साल 2000 में भारत को चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में हराया था, और अब 25 साल बाद भारत ने उस हार का हिसाब चुकता कर दिया।
भारतीय टीम की यह जीत तीसरी बार आई। इससे पहले साल 2002 में भारत और श्रीलंका संयुक्त विजेता बने थे। फिर 2013 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में इंग्लैंड को हराकर टीम इंडिया ने ट्रॉफी अपने नाम की थी। और अब 2025 में रोहित शर्मा की अगुवाई में न्यूजीलैंड को हराकर भारत ने तीसरी बार यह खिताब जीता।
सोशल मीडिया पर इस पूरी मुलाकात की तस्वीरें काफी तेजी से वायरल हो रही हैं। लोग भारतीय टीम के इस सम्मान को देखकर गर्व महसूस कर रहे हैं। साथ ही, जिस तरह से रोहित शर्मा ने दुबई के प्रिंस को जर्सी भेंट की, उसे सभी एक “स्पोर्ट्स डिप्लोमेसी” की मिसाल मान रहे हैं।
इतना ही नहीं, इस मुलाकात ने यह भी दिखा दिया कि भारतीय टीम के खिलाड़ी चाहे आईपीएल में किसी अलग-अलग टीम में खेलते हों, चाहे मैदान के बाहर मतभेद की बातें हों, लेकिन जब बात देश की आती है, तो सब एक साथ खड़े नजर आते हैं। यही बात इस टीम को और खास बनाती है।
दुबई के प्रिंस भी इस मुलाकात से काफी प्रभावित नजर आए। उन्होंने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में भारतीय खिलाड़ियों की तारीफ करते हुए लिखा कि यह उनके लिए एक यादगार और सम्मानजनक पल था। साथ ही उन्होंने भारतीय क्रिकेट की सफलता की प्रशंसा की और कहा कि क्रिकेट भारत और दुबई के रिश्तों को और मजबूत करता है।
यह पूरा दृश्य भारतीय क्रिकेट के गौरव और एकता की पहचान बन गया है। जब भी भारतीय टीम कोई खिताब जीतती है, तो सिर्फ खिलाड़ी ही नहीं, बल्कि पूरा देश जश्न मनाता है। और जब उस खिताब को सम्मानित करने के लिए दुबई जैसे देश के शाही परिवार के सदस्य भारत आकर जर्सी और ट्रॉफी स्वीकार करें, तो यह पल और भी खास हो जाता है।
इस मुलाकात के ज़रिए एक बार फिर साबित हो गया कि भारतीय क्रिकेट न सिर्फ मैदान में बल्कि उससे बाहर भी अपने जादू और रिश्तों की वजह से लोगों का दिल जीतता है। यह मुलाकात सिर्फ एक फोटो या एक गिफ्ट का आदान-प्रदान नहीं थी, बल्कि यह एक संस्कृति, एक भावना और एक गर्व का पल था, जिसे हमेशा याद रखा जाएगा।