IPL 2025 में Impact Player Rule: अब विदेशी खिलाड़ी भी बन सकते हैं इम्पैक्ट प्लेयर!

आईपीएल 2025 अब से कुछ ही दिनों में शुरू होने वाला है। टीमें तैयार हैं, मंच भी सज चुका है और बिगुल भी बजने वाला है। लेकिन इस बार आईपीएल में एक बड़ा बदलाव किया गया है - इम्पैक्ट प्लेयर नियम। यह नियम पिछले कुछ सीजन से चर्चा में है, लेकिन इस बार इसे और भी रोचक बना दिया गया है। अब विदेशी खिलाड़ी भी इम्पैक्ट प्लेयर बन सकते हैं और भारतीय खिलाड़ी भी। लेकिन यह नियम आखिर कहता क्या है और इसका उपयोग कैसे होता है, आइए विस्तार से जानते हैं।
2023 में बीसीसीआई ने आईपीएल में इम्पैक्ट प्लेयर नियम जोड़ा था। इस नियम के तहत टॉस के बाद प्लेइंग 11 के अलावा पांच और नाम दिए जाते हैं, जिन्हें सब्सीट्यूट कहा जाता है। इन पांच खिलाड़ियों में से कोई एक खिलाड़ी इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। मतलब आप कभी भी इस खिलाड़ी को बुला सकते हैं, चाहे वह बल्लेबाजी के लिए हो या गेंदबाजी के लिए। इम्पैक्ट प्लेयर का मतलब है कि अगर टीम को बल्लेबाजी में मजबूती चाहिए तो वह एक बेहतरीन बल्लेबाज को बुला सकती है या फिर गेंदबाजी में ताकत देने के लिए किसी गेंदबाज को इस्तेमाल कर सकती है।
यह नियम दोनों तरफ लागू होता है। अगर टीम पहले बल्लेबाजी कर रही है तो वह इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर किसी बेहतरीन बल्लेबाज को बुला सकती है और यदि गेंदबाजी कर रही है तो किसी उम्दा गेंदबाज को मैदान में भेज सकती है। इसके अलावा यह भी नियम है कि अगर मैच की शुरुआत में देरी होती है और खेल 10 ओवर से कम का हो जाता है, तो इम्पैक्ट प्लेयर नियम लागू नहीं होगा।
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अब बात करते हैं विदेशी खिलाड़ियों की। विदेशी खिलाड़ी को इम्पैक्ट प्लेयर बनाने के लिए एक खास नियम है। अगर प्लेइंग 11 में पहले से ही चार विदेशी खिलाड़ी खेल रहे हैं, तो विदेशी खिलाड़ी को इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में नहीं लिया जा सकता। लेकिन अगर प्लेइंग 11 में तीन या उससे कम विदेशी खिलाड़ी हैं, तो विदेशी खिलाड़ी को इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में लाया जा सकता है। इस नियम का पालन करने के लिए अंपायर अपने हाथों को क्रॉस करके संकेत देता है।
यह नियम टीमों को अपनी रणनीति में लचीलापन प्रदान करता है। अगर किसी गेंदबाज ने कुछ ओवर अच्छे से फेंके और टीम को लग रहा है कि उसे अब बल्लेबाजी की जरूरत है, तो वह उस गेंदबाज को हटा कर एक बेहतरीन बल्लेबाज को बुला सकती है। इसी तरह, अगर कोई बल्लेबाज जल्दी आउट हो जाता है तो उसकी जगह एक नए गेंदबाज को मैदान में लाया जा सकता है।
हाल के सीजन में देखा गया था कि सूर्यकुमार यादव जैसे खिलाड़ियों को भी इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में इस्तेमाल किया गया था। हालांकि, विदेशी खिलाड़ी को इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में इस्तेमाल करने के लिए टीम को अपने प्लेइंग 11 में चार विदेशी खिलाड़ियों का कोटा पूरा नहीं करना होता। अगर किसी टीम के प्लेइंग 11 में चार विदेशी खिलाड़ी हैं, तो विदेशी इम्पैक्ट प्लेयर नहीं आ सकता। लेकिन अगर तीन विदेशी खिलाड़ी खेल रहे हैं, तो चौथा विदेशी खिलाड़ी इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में आ सकता है।
आईपीएल का इम्पैक्ट प्लेयर नियम वाकई में गेम को और भी दिलचस्प बना देता है। यह नियम टीमों को एक अतिरिक्त विकल्प देता है, जिससे वे अपने प्रदर्शन को बेहतर बना सकती हैं। इस बार देखना दिलचस्प होगा कि कौन-कौन से खिलाड़ी इम्पैक्ट प्लेयर बनते हैं और उनका खेल पर क्या असर पड़ता है। आईपीएल 2025 में इम्पैक्ट प्लेयर नियम का उपयोग किस प्रकार किया जाएगा और यह कैसे खेल का नक्शा बदल सकता है, यह देखने लायक होगा।