रोजगारोन्मुख और टिकाऊ रिकवरी के लिए तत्काल निवेश जरूरी

न्यूयॉर्क संयुक्त राष्ट्र (सं.रा.) ने आज कहा कि कोरोना महामारी का झटका झेल चुकी वैश्विक अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के उद्देश्य से रोजगारोन्मुख, टिकाऊ और सामाजिक रूप से समावेशी रिकवरी के लिए तत्काल निवेश किये जाने की जरूरत है।
श्री गुतेरस ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं के बीच बढ़ी खाई को कम करने के लिए विशेषकर निम्न और मध्यम आय वाले देशों में निवेश की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में एक तरफ जहां दुनिया में अति निर्धनों की संख्या 22.4 करोड़ बढ़ी वहीं दूसरी ओर अरबपतियों की संपत्ति में 3.9 लाख करोड़ डॉलर से अधिक की वृद्धि हुई। इस परिस्थिति में निम्न एवं मध्यम आय वाले देश के श्रम बाजार को इस झटके से बाहर निकालने के लिए 982 अरब डॉलर राजकोषीय प्रोत्साहन और सामाजिक सुरक्षा के लिए हर वर्ष 1.2 लाख करोड़ डॉलर की जरूरत है।
महासचिव ने कहा कि महामारी के झटके से मानव समुदाय को बाहर निकालने के लिए रोजगार और सामाजिक सुरक्षा नीतियों की आवश्यकता है। यह नीति न केवल लोगों के जीवन स्तर में सुधार बल्कि तेजी से बदलती रोजगार की दुनिया की चुनौतियों से निपटने में भी मददगार साबित होगी। उन्होंने कहा कि रोजगार क्षेत्र की रिकवरी के लिए वैश्विक स्तर पर सामाजिक एवं रोजगार क्षेत्र में एक्सिलरेटर की जरूरत है, जो 40 करोड़ रोजगार का सृजन करेगा। साथ ही दुनिया की चार अरब महिलाओं, पुरुषों और बच्चों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करेगा।