बस्ती में स्कूलों के समायोजन से नाराज़ शिक्षक, डीएम-बीएसए को सौंपा ज्ञापन
जिलाध्यक्ष ने कहा कि विभाग द्वारा मनमानी तरीके से बंद और एकल विद्यालयों तथा सरप्लस शिक्षकों की सूची जारी की गई है, जबकि उन सभी विद्यालयों को प्रदर्शित नहीं किया गया जो वास्तव में एकल और बंद हैं. कम छात्र संख्या दिखाकर बड़ी संख्या में शिक्षकों को सरप्लस दिखाया गया है. कहा कि यदि शिक्षकों की मांगे नहीं मानी गई तो शिक्षक आंदोलन के लिए बाध्य होंगे. जिला मंत्री बालकृष्ण ओझा ने कहा कि मृतक हो चुके और स्थानांतरित हो चुके शिक्षकों का नाम भी अभी तक विद्यालय की सूची में प्रदर्शित हो रहा है, जिससे समायोजन में भारी अनियमितता देखने को मिल रही है.
कहा कि ऐसे तमाम विद्यालयों का नाम सूची से गायब है जिनमें वास्तव में शिक्षकों की आवश्यकता है. उन्होंने तत्काल सूची सही करने की बात कही. जिला कोषाध्यक्ष दुर्गेश यादव और जिला उपाध्यक्ष रवीश कुमार मिश्र ने कहा कि वास्तविक छात्र संख्या के आधार पर बंद, एकल विद्यालय और सरप्लस शिक्षकों की सूची जारी की जाए, उसके बाद काउंसलिंग के माध्यम से ही उन विद्यालयों में शिक्षक भेजे जाए ताकि शिक्षकों के साथ न्याय हो सके.
यह भी पढ़ें: Basti News: सांसद ने दिया भरोसा, समाजवादी सरकार में पूरी होंगी ग्रामीण पत्रकारों की मांगेंज्ञापन देने वालो में मुख्य रूप से अर्चना सेन, विजया यादव, बिन्दुमती, कमला यादव, अजय श्रीवास्तव, अशोक यादव, राजीव सिंह, रुकनुद्दीन, संजय यादव, सनद पटेल, रामजीत यादव, विवेककांत पाण्डेय, रामपियारे कन्नौजिया, अभिषेक मौर्य, सुरेश गौड़, उमाकांत शुक्ल, प्रमोद सिंह, संतोष पाण्डेय, रामस्वरूप, शिव प्रकाश सिंह, आशीष दूबे, विवेक सिंह, सुधीर तिवारी, हरेंद्र यादव, वंदना तिवारी, वीरेंद्र उपाध्याय, शैल कुमारी, विनोद चौधरी, परमानंद यादव, वेद प्रकाश उपाध्याय, रजनीश यादव, मंगला प्रसाद मौर्या सहित बड़ी संख्या में शिक्षक शामिल रहे.
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