बस्ती में स्कॉलरशिप घोटाला: 1832 फर्जी छात्रों के नाम पर उड़ाए करोड़ों, 75 सरकारी बाबुओं पर केस दर्ज

यूपी में निर्बल और असहाय छात्रों को दी जाने वाली स्कॉलरशिप में एक बड़ा घोटाला सामने आया है जिसमें इस गड़बड़ी को देखते हुए कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है जिसमें अब तक का सबसे बड़ा माइनॉरिटी स्कॉलरशिप स्कैम माना जा रहा है. जिसमें प्रशासन जांच पड़ताल अपने स्तर से कर रही हैं.
वर्षों से चली आ रही घोटाले की परंपरा
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में अल्पसंख्यक और गरीब समाज के हजारों छात्राएं स्कॉलरशिप में सरकारी बाबुओं ने करोड़ों रुपए का घोटाला करके डकार रहे हैं. प्रदेश में यह घटना अब चर्चा का विषय बन चुका है. मिली जानकारी के अनुसार बताया गया है कि अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति घोटाले की इन्वेस्टिगेशन के दौरान खुलासा होने के बाद शासन के निर्देश पर बस्ती जिले में 75 और संतकबीर नगर जिले के 95 सरकारी बाबू समेत विद्यालयों के कर्मचारियों के खिलाफ गबन का मुकदमा दर्ज किया जा चुका है.
अब शैक्षिक सत्र में 21 और 22 में पूरे देश में कोविद महामारी के बाद शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने का प्रयास कई दिनों से किया जा रहा है तब प्रदेश में यह घोटाला नहीं हुआ था. अब अल्पसंख्यक वर्ग के गरीब और जरूरतमंद बच्चों के नाम पर मिलने वाली वजीफा को चुपचाप गोपनीय दान में तब्दील कर लिया गया और पूरा पूरा एक करोड़ 46 लाख 37 हजार 604 रुपए की राशि यह शैक्षिक दान सीधे कुछ सरकारी बाबू के जेब के अंदर चला गया है.
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यूपी की स्थिति, भ्रष्टचार की बढ़ोतरी
अब इस घोटाले में 1832 फर्जी विद्यार्थियों के नाम एक जांच के मुताबिक पाया गया है जिसमें इन फर्जी विद्यार्थियों के नाम पर पैसे को जेब में डाला गया है. अब इस पूरे घोटाले का भनक उस समय लग चुकी थी जब जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के सर्वेयर वक्फ निरीक्षक, मोहम्मद इफ्तिखार को इन मामलों की गड़बड़ी का आभास और संदिग्ध महसूस हुआ जिसमें यह मामला पुलिस तक जा पहुंचा. अब उत्तर प्रदेश पुलिस भी इस मामले में एक्टिव मोड में है
अब इस मामले को लेकर एसपी अभिनंदन ने कहा है कि इस घोटाले में शामिल एनआईओ जीशान खान सहित गबन करने वाले 75 आरोपी के खिलाफ सरकारी धन के हेरफेर का संगीन केस बीते दिन 19 जून को दर्ज कर लिया गया था. अब 75 घोटाले बाजो में शिक्षा विभाग के ही जुड़े कई प्रबंधक और प्रधानाचार्य भी शामिल होने की खबर मिली है. बस्ती कप्तान ने आगे बताया है कि इस मामले में जिन-जिन लोगों को अपराध करते हुए पाया गया है अब उन पर पुलिस विभाग की तरफ से कड़ी कार्रवाई की जाएगी और इसकी छानबीन जारी रहेगी और स्कॉलरशिप योजना की सही कार्रवाई करके पात्र बच्चों को फ्री स्कॉलरशिप का निर्णय लेकर आगे कार्रवाई की जाएगी.