बस्ती में डीएम ने सरकारी स्कूल की देखी व्यवस्था, बच्चों से पूछा सवाल तो मिला यह जवाब

बस्ती में डीएम ने सरकारी स्कूल की देखी व्यवस्था, बच्चों से पूछा सवाल तो मिला यह जवाब
BASTI DM

जिलाधिकारी ने सरकारी स्कूलों में औचक निरीक्षण किया। इस दौरान छात्रों से सामान्य ज्ञान के सवाल पूछे, जिनमें शिक्षक और छात्र दोनों असफल रहे। आइए आपको बताते हैं पूरा मामला। 

डीएम के टेस्ट में फेल हुआ पूरा स्कूल

नए शैक्षणिक सत्र शुरू होने के साथ ही शिक्षा और उसकी गुणवत्ता पर भी जोर दिया जाने लगा है, साथ ही सरकार सभी सरकारी स्कूलों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने पर भी जोर दे रही है और इसके लिए बकायदा अभियान भी चलाया जा रहा है, बच्चों को तभी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सकती है जब शैक्षिक कार्य करने वाले शिक्षक गुणवत्तापूर्ण हो, उसकी अपने विषय पर पकड़ मजबूत हो, लेकिन बस्ती में इसका उलट देखने को मिला। बच्चे तो बच्चे शिक्षक फेल हो गये। जब जिलाधिकारी ने बच्चों से शिक्षा की गुणवत्ता जानने की कोशिश की तो उसमें भी सब बगल झांकते फिरे, जिसपर जिलाधिकारी ने टीचरों को जमकर फटकार भी लगाया और बोला की जब आप लोग ही नहीं लिख पा रहे हैं तो बच्चें क्या लिख पाएंगे। 

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स्कूल में डीएम ने लगाई क्लास तो फेल हुए टीचर

यूपी के बस्ती में सरकारी स्कूलों में पटरी से उतरी शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए जिलाधिकारी निरीक्षण किया। आपको बता दे कि इस दौरान शिक्षक और छात्र दोनों मानको पर खरे नहीं उतरे। जिलाधिकारी का यह कदम शिक्षा विभाग में सुधार लाने का प्रयास है, उनके निरीक्षण से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है और सुधार के प्रयास तेज हो गए हैं। जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने कंपोजिट आदर्श कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय कटेश्वर पार्क का निरीक्षण किया। सदर विकास खंड क्षेत्र के इस विद्यालय में दो अतिरिक्त कक्ष का निर्माण कार्य चल रहा है। डीएम ने ईंट के गुणवत्ता की जांच की। निमार्ण कार्य जल्द पूरा कराने का निर्देश दिया। डीएम ने निरीक्षण के बाद क्लास में छह से आठ तक की छात्राओं से गणित व अन्य विषयों से जुड़े सवाल पूछे, जिसका जवाब संतोषजनक नहीं रहा। डीएम ने मध्याह्न भोजन में बनी खिचड़ी का स्वाद चखा। जिसकी क्वालिटी अच्छी मिली। शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने का निर्देश डीएम ने संबंधित जिम्मेदारों को दिया। जिलाधिकारी ने सरकारी स्कूलों की खराब स्थिति पर नाराजगी जाहिर की। शिक्षा स्तर बेहद कमजोर पाया गया, शिक्षा अधिकारी और शिक्षकों से जवाब-तलब किया गया। साथ ही सफाई व्यवस्था पर भी निर्देश दिए गए। शिक्षा सुधार के लिए जिलाधिकारी ने प्रतिदिन 30 मिनट छात्रों को सामान्य ज्ञान और विषयों की जानकारी देने के निर्देश दिए, डीएम ने दोपहर के भोजन की गुणवत्ता को भी चेक किया और बच्चों के खाने की व्यवस्था सुधारने पर जोर दिया। 

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