यूपी के बस्ती में पुलिस का इकबाल खत्म! दो अलग -अलग मामलों में दबंगों ने किया जानलेवा हमला
Basti News
.png)
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार भले लाख दावे कर रही हो. लेकिन प्रदेश में महिला अपराध के मामलों में कमी नही हो पा रही है. हर साल महिलाओं के साथ अपराधिक घटनाएं बढ़ती जा रही है. महिला अपराध के मामले में उत्तर प्रदेश विश्व रिकॉर्ड बना रहा है। ये तब के जब सरकार महिला सुरक्षा को लेकर कड़े कानून बनाएं हैं।
अपराध के मामले में रिकॉर्ड बना रहा उत्तर प्रदेश
प्रदेश में महिला आकंड़े उस समय के हैं, जब चार साल से यूपी सरकार प्रदेश में मिशन शक्ति अभियान चला रही है. जिसके तहत थानों में महिला हेल्प डेस्क खोली गई है. साथ ही सुनवाई के लिए निजी केबिन बनाए गए हैं. इसको लेकर सरकार ने महिला विवेचक और महिला सिपाहियों की विशेष नियुक्ति की है। खैर यह सब खोखले वादे हैं। छावनी थाना क्षेत्र के सिरौली बाबू गांव का है, जहां की रहने वाली अंजली यादव और उसकी बहन पर दबंगों ने जमीन विवाद को लेकर लाठी-डंडों से हमला कर दिया. आरोप है कि अमित, कामराज, कांति और सीमा नामक व्यक्तियों ने अंजली और उसकी बहन को बुरी तरह मारा-पीटा और अंजली की सोने की चेन भी छीन ली. घटना का पूरा वीडियो सीसीटीवी में रिकॉर्ड है, पीड़िता के आरोप पर पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद गंभीर धाराओं को हटा दिया और इसे साधारण मारपीट का केस बना दिया। पीड़िता अंजली यादव प्रयागराज में यूपीएससी की तैयारी करती है और एक बार यूपीएससी का परीक्षा भी दे चुकी है. छुट्टियों में घर आने के दौरान दबंगों ने मामूली विवाद को लेकर उस पर हमला कर दिया, जिसमें वह और उसकी बहन गंभीर रूप से घायल हो गईं हैं।
देश के पत्रकारों के ऊपर थम नहीं रहा उत्पीड़न
पत्रकारों के खिलाफ अपराधों के लिए दंड से मुक्ति को समाप्त करना हाल के समय की सबसे महत्वपूर्ण और जटिल चुनौतियों में से एक है। संकट और संघर्ष क्षेत्रों से रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकारों को अपने महत्वपूर्ण काम को अंजाम देने में गंभीर खतरों का सामना करना पड़ता है। बस्ती जनपद में दबंगों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम बेखौफ होकर सरेआम गुंडागर्दी पर उतारू हैं. उनको कानून का कोई भय नहीं है. ऐसे में पुलिस की निष्क्रियता उनके हौसले और बढ़ा रही है. बस्ती में हाल ही में ऐसे दो मामले सामने आए हैं, जहां दबंगों ने लाठी-डंडों से लोगों पर हमला कर दिया, लेकिन पुलिस की तरफ से कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की गई।