जलवायु सहिष्णु खेती आज की आवश्यकता

इसके पश्चात जलवायु परिवर्तन खेती पर गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें केंद्र अध्यक्ष डा. एस. एन. सिंह ने अवगत कराया कि बदलते जलवायु परिवर्तन के अनुसार खेती अपनाने की आवश्यकता है . इसी को दृष्टिगत रखते हुए प्रधानमंत्री ने सोयाबीन, मूंग, चना धान आदि पोषक गुणवत्ता युक्त बायोफोर्टीफाइड एवं वातावरण के अनुकूल प्रजातियों का विमोचन किया ,जिससें फसलों की उत्पादन एवं उत्पादकता मौसम के विपरीत प्रभाव के कारण प्रभावित ना हो और परिवार के सभी सदस्यों को पोषण युक्त आहार मिल सके.
इस गोष्ठी में गृह वैज्ञानिक बीना सचान ने विभिन्न मौसम में सब्जी एवं फल उत्पादन, गृह वाटिका में सब्जी एवं फल उत्पादन, पशुपालन विशेषज्ञ डॉ डी के श्रीवास्तव ने बदलते जलवायु परिवर्तन में पशुओं का रखरखाव कैसे करें ,डॉ प्रेम शंकर ने जलवायु परिवर्तन के कारण फसलों में कीटों एवं रोगों की रोकथाम, फसल वैज्ञानिक आर बी सिंह ने काला नमक उत्पादन तकनीक एवं विशेषताओं पर विस्तृत जानकारी प्रदान की .

इस कार्यक्रम में जनपद के सैकड़ों किसान जैसे कि अंजनी सिंह, गीता सिंह एवं तथा केंद्र के कर्मचारी निखिल सिंह व जेपी शुक्ला आदि उपस्थित रहे.
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