Basti Covid-19 Update: एक दिन में 6 लोगों की मौत, 2372 लोगों का वैक्सीनेशन, ऑक्सीजन के लिए अब तक दूसरों पर निर्भर है जिला
बस्ती. जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने बताया है कि वर्तमान समय में कुल 403 कन्टेनमेन्ट जोन सक्रिय है. इसमें से 22 बस्ती नगर, 153 बस्ती तहसील, 31 रूधौली, 31 भानपुर तथा 166 हर्रैया में बने है. उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के पिछले वर्ष शुरूआत से अभी तक कुल 3266 कन्टेनमेन्ट जोन बनाये गये, जिसमें से 2863 समय पूरा होने पर समाप्त कर दिये गये. आज कुल 16 कन्टेनमेन्ट जोन बनाये गये है तथा अवधि पूर्ण होने के कारण 111 जोन समाप्त कर दिये गये है.
इसके साथ ही जिले में कोरोना के मरीज लगातार मिल रहे हैं, इससे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है. शुक्रवार को भी 142 लोग कोरोना से स्वस्थ हुए. 3118 लोगों की रिपोर्ट जारी की गई, जिसमें 3081 निगेटिव जबकि 37 नए पाजिटिव पाए गए. इसी के साथ संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 11283 पहुंच गई है. कोरोना संक्रमण से छह लोगों की मौत हो गई है. संक्रमितों की रिकवरी दर बढ़ने से लोग राहत की सांस ले रहे हैं.सीएमओ डा. अनूप कुमार के अनुसार सक्रिय मरीजों की कुल संख्या अब घटकर 906 पहुंच गई है. इसमें 796 सक्रिय मरीज बस्ती जिले के शामिल हैं. सीएमओ ने बताया कि अब तक 10097 लोग कोरोना से स्वस्थ हो चुके हैं. अभी भी 2321 लोगों की रिपोर्ट प्रतीक्षारत है. बताया कि जो संक्रमित मिले हैं और उनमें लक्षण दिख रहा था उन्हें ओपेक चिकित्सालय कैली के एल-टू अस्पताल में भर्ती कराया गया है. शेष अन्य मरीजों को आश्रय स्थल डूडा बस्ती में भेजा गया है. कुछ मरीजों की सहमति पर और चिकित्सकों के परामर्श पर उन्हें होम आइसोलेट किया गया है. जो संक्रमित मिले हैं उसमें कई लोग विभागीय कर्मचारी भी शामिल हैं. अन्य मरीज शहर के विभिन्न मोहल्ले व ब्लाकों के अलग-अलग गांव के रहने वाले हैं. कोरोना से मरने वालों की संख्या अब 280 हो गई है.
मेडिकल कालेज के सीएमएस डा. जीएम शुक्ल के अनुसार जिन छह लोगों की मौत हुई है उसमें सभी बस्ती जिले के हैं. ये मेडिकल कालेज के एल-टू अस्पताल में भर्ती थे. सीएमएस ने बताया कि शव को परिजनों को सिपुर्द कर दिया गया है. वहीं सीएमओ ने बताया कि कोरोना जांच के लिए अब तक चार लाख 78 हजार 465 सैंपल लिए जा चुके हैं. इसमें चार लाख 76 हजार 144 की रिपोर्ट प्राप्त हुई है, जिसमें चार लाख 64 हजार 861 निगेटिव मिले हैं. शुक्रवार को कोरोना जांच के लिए विभिन्न स्वास्थ्य टीमों की ओर से शहर और गांव में 2355 सैंपल लिए गए.
ऑक्सीजन की कमी का संकट बरकरार
जिले में ऑक्सीजन उत्पादन की कोई इकाई न होने से दूसरे जिलों पर ऑक्सीजन की निर्भरता बनी हुई है. इससे जिले में संकट बरकरार है. आक्सीजन के लिए हाहाकार है. जिला अस्पताल में जरूरतमंदों को भी ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है.
संतकबीरनगर और गोरखपुर जिले से ऑक्सीजन की आपूर्ति हो रही है. 350 बेड वाले ओपेक चिकित्सालय कैली में ऑक्सीजन यूनिट नहीं है. जिला अस्पताल में भी नहीं है. ऑक्सीजन आपूर्ति जिले में संतकबीरनगर से हो रही है. ओपेक चिकित्सालय कैली में खपत के अनुसार सिलेंडर की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. 240 सिलेंडर भरे हुए है, लेकिन खपत के अनुसार कम है. ओपेक चिकित्सालय कैली में 131 मरीज भर्ती हैं. 80 मरीज आइसीयू में भर्ती हैं. जिले में प्रतिदिन 300 ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग हो रही है. जिला अस्पताल में भी खपत के अनुसार ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं मिल पा रहा है.
उधर जनपद में चल रहे कोरोना वायरस टीकाकरण में शुक्रवार को 1936 युवाओं समेत 2372 लोगों को टीका लगाया गया. 32 अस्पतालों में टीकाकरण कार्य हुआ. यहां बनाए गए बूथों पर पहुंचे लोगों को क्रमवार टीका लगाया गया. कुल 3950 लोगों को टीका लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया था. कोविशील्ड, कोवैक्सीन का टीका लगाया जा रहा है. वहीं कहीं-कहीं कोवैक्सीन न लगने के कारण दूसरी डोज वाले वापस लौट गए.
सुबह नौ बजे से टीकाकरण कार्य शुरू हुआ जो शाम पांच बजे तक चलता रहा. कोरोना टीकाकरण से वंचित हेल्थ वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर समेत कुछ सरकारी कर्मचारियों ने भी टीका लगवाया गया. इसके अलावा 45 साल व उससे ऊपर तथा 60 साल व उससे ऊपर आयु वर्ग वाले लोगों को टीका लगाया गया. जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. फखरेयार हुसैन ने बताया कि गंभीर बीमारी वाले कोर्माबिड जैसे बीपी, शुगर, कैंसर आदि से पीड़ितों को भी वैक्सीन प्राथमिकता पर लगवाई जा रही है. 18 से 44 साल वालों को लक्षय के अनुसार 1936 को टीका लगा.
महिला अस्पताल में एएनएम अपूर्वा श्रीवास्तव व सरिता सिंह टीकाकरण कर रही थीं. यहां टीका लगवाने के लिए भीड़ अधिक रही. वहीं जिला अस्पताल में एएनएम ज्योति गुप्ता व बीना कुमारी टीकाकरण कर रही थीं. टीका लगवा चुके लोगों ने संदेश दिया कि जिसको मौका मिले वह जरूर टीका लगवाएं. महामारी से बचने का एक सरल उपाय है टीकाकरण. टीका लगवाने के बाद लोगों ने खुशी भी जाहिर किए. महिला अस्पताल में टीका लगवाने युवा वर्ग अधिक पहुंचे. यहां आकांक्षा सिंह व दुर्गेश श्रीवास्तव ने वैक्सीन की प्रथम डोज लगवाए. इसके अलावा सीनियर सिटीजन काफी संख्या में टीका लगवाने पहुंचे थे. 2356 लोगों को प्रथम डोज जबकि छह लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गई. बताया कि अभी 2500 कोविशील्ड व को-वैक्सीन की डोज उपलब्ध है.
कोविशील्ड व कोवैक्सीन के टीके लगाए जा रहे हैं. वैक्सीन की उपलब्धता बनाए रखने के लिए दूसरे जिलों से संपर्क किया जा रहा है. 20700 युवा टीकाकरण के लिए पंजीकरण करा चुके हैं. इसमें 15676 युवा टीका लगवा चुके हैं. सीएमओ डा. अनूप कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि टीकाकरण का कार्य सुचारू रूप से चल रहा है. कहा कि जो लोग पात्रता की श्रेणी में हैं वह टीकाकरण केंद्र पर पहुंचकर पंजीकरण कराएं और टीका जरूर लगवाएं. रविवार को अवकाश छोड़कर शेष छुट्टी वाले दिन भी वैक्सीनेशन कार्य चल रहा है. जिला अस्पताल में नोडल अधिकारी नगरीय डा. एके कुशवाहा, जिला समन्वयक शहरी सचिन चौरसिया, डा. राकेश मणि त्रिपाठी, बीएन मिश्र ने महिला अस्पताल में जतिन गौड़, नीरज श्रीवास्तव, एलके पांडेय आदि ने टीकाकरण में सहयोग किए.