योगी आदित्यनाथ ने किया ऐलान, एक्स्प्रेस-वे से जुड़ेगा यह जिला, विंध्यवासिनी के नाम पर होगी यूनिवर्सिटी
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मां विंध्यवासिनी के नाम पर होगी यूनिवर्सिटी
उत्तर प्रदेश में औद्योगिक विकास के लिए एक नया इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाने की योजना से राज्य की अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिल सकती है। इस कॉरिडोर के माध्यम से राज्य में बड़े पैमाने पर औद्योगिक गतिविधियाँ शुरू होंगी, जो रोजगार सृजन, विदेशी निवेश और व्यापारिक विकास के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण साबित होंगी। यह कॉरिडोर राज्य के प्रमुख शहरों को जोड़ने का कार्य करेगा, जिससे न केवल औद्योगिक इकाइयों की स्थापना आसान होगी, बल्कि ट्रांसपोर्टेशन नेटवर्क भी बेहतर होगा। सीएम योगी ने कहा- मिर्जापुर को जल्द पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा। यहां इंडस्ट्रियल कॉरिडोर भी विकसित किया जाएगा। गंगा एक्सप्रेसवे का सर्वे कर मां विंध्यवासिनी धाम से जोड़ा जाएगा। हम चाहते हैं कि एक्सप्रेस-वे को मिर्जापुर तक लाया जाए। सीएम ने मिर्जापुर में एक इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाने की भी घोषणा की, ताकि स्थानीय कारोबारियों और श्रमिकों को बड़े पैमाने पर रोजगार मिले। सीएम ने अष्टभुजा गेस्ट हाउस में विश्राम किया। इसके बाद मड़िहान में निर्माणाधीन मां विंध्यवासिनी राज्य विश्वविद्यालय का निरीक्षण करने के बाद। शाम 4 बजे लखनऊ के लिए रवाना होंगे।
इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का निर्माण आर्थिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे राज्य में निवेश आकर्षित किया जाएगा। राज्य सरकार का उद्देश्य है कि इस कॉरिडोर के जरिए प्रमुख उद्योगों, जैसे मैन्युफैक्चरिंग, टेक्नोलॉजी, और हेल्थकेयर में निवेश किया जाए, जिससे समग्र विकास को बढ़ावा मिले। सीएम योगी ने यह बातें गुरुवार को मिर्जापुर में कही। योगी दोपहर 12रू30 बजे मवरिया में बीएलजे इंटर कॉलेज पहुंचे। यहां सरकार के 8 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने मंच पर सीएम योगी का स्वागत किया। सीएम ने यहां विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को सम्मानित किया। 501 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इसके बाद मां विंध्यवासिनी मंदिर में दर्शन-पूजन किया। मां विंध्यवासिनी जो कि प्रयागराज के पास स्थित विंध्याचल धाम में स्थित हैं, उनकी पूजा दुनिया भर में होती है। इस विश्वविद्यालय का नाम मां विंध्यवासिनी के नाम पर रखा गया है ताकि यह क्षेत्र की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को सम्मानित किया जा सके। यह विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा, अनुसंधान और विकास के लिए एक केंद्र बनेगा जो क्षेत्रीय विकास में अहम योगदान करेगा।