लखनऊ में इस ब्रिज के काम में तेजी, इस रूट पर नहीं लगेगा जाम
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देश और दुनिया में आज जिस उत्तर प्रदेश के विकास की चर्चा हो रही है, उसका श्रेय योगी आदित्यनाथ को जाता है, उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने जो कहा, वो करके दिखाया। मुख्यमंत्री योगी ने दूसरे कार्यकाल से पहले लोक कल्याण संकल्प पत्र में जो संकल्प लिए थे, एक साल के भीतर उन्हें एक.एक कर पूर्ण कर दिखाया।
हर पैमाने पर पूरी कर रहे जनता की आस उत्तर प्रदेश सरकार
नए फंड से हनुमान सेतु के पास पुल का काम तेज़ हुआ
योगी आदित्यनाथ पांच अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डों वाले यूपी में सभी मंडलों को एयर कनेक्ट करने की महात्वाकांक्षी परियोजना पर मिशन मोड में काम कर रहे हैंण् यूपी में 1.225 किलोमीटर तक फैले एक्सप्रेस.वे के जाल ने ना सिर्फ यात्राओं को सुगम और तेज बनाया हैए बल्कि इनके दोनों ओर डेवलप किये जा रहे औद्योगिक क्षेत्र प्रदेश के विकास को भी गति दे रहे हैं, आने वाले समय में यूपी में 6 नये एक्सप्रेस वे का जाल बिछाया जाना है, एक्सप्रेस.वे की रफ्तार के साथ ही प्रदेश में एयर कनेक्टिविटी का जाल बिछाने का कार्य भी तेज गति से चल रहा है, अधिकारियों के अनुसार, हनुमान सेतु के पास बना पुल ग्रीन कॉरिडोर परियोजना का हिस्सा है, जो आईआईएम रोड के पास शुरू हुआ था और इसे शहर भर में यातायात प्रवाह को बेहतर बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह परियोजना कई चरणों में ₹ 7,000 करोड़ की अनुमानित लागत से बनाई जा रही है। लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) के अधिकारियों के अनुसार, इस परियोजना से यात्रियों को यातायात-भारी क्षेत्रों से बचकर किसान पथ और शहीद पथ जैसे गंतव्यों तक अधिक तेजी से पहुंचने में मदद मिलेगी। पुल की नींव अक्टूबर 2024 में रखी गई थी, हालांकि भूमिगत तारों की समस्या के कारण शुरुआती देरी हुई थी। इस संरचना से कई व्यस्त क्षेत्रों में भीड़भाड़ कम होने और यात्रियों के लिए एक सुगम यात्रा अनुभव प्रदान करने की उम्मीद है। इस नवीनतम फंडिंग के साथ, पुल परियोजना के लिए जारी की गई कुल राशि अब स्वीकृत ₹ 23.36 करोड़ में से ₹ 17.19 करोड़ हो गई है। अधिकारियों ने पुष्टि की कि लगभग 60ः काम पूरा हो चुका है, और परियोजना के जून 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है।