UP को जल्द मिल सकती है पहली स्लीपर वंदे भारत, इस रूट पर चलेगी Sleeper Vande Bharat
Vande Bharat Express News
Sleeper Vande Bharat News: उत्तर प्रदेश को जल्द ही अपनी पहली स्लीपर कोच वंदे भारत ट्रेन मिल सकती है. संभवतः इस दिवाली से पहले. यह नई ट्रेन लखनऊ और नई दिल्ली के बीच चलेगी. यह ट्रेन उत्तर प्रदेश की राजधानी को राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ेगी. भारतीय के रेलवे सूत्रों ने संकेत दिया है कि अगर सब कुछ योजना के अनुसार हुआ, तो स्लीपर कोच वंदे भारत दीपावली तक चालू हो सकता है.
वैष्णव ने नई ट्रेनों की तस्वीरें भी साझा करते हुए कहा- 'बहुप्रतीक्षित वंदे भारत स्लीपर ट्रेनसेट लोगों को विश्व स्तरीय यात्रा अनुभव और सर्वश्रेष्ठ-इन-क्लास सुविधाएं प्रदान करेगी. बीईएमएल के नेतृत्व और इंजीनियरों के समर्पण और विशेषज्ञता ने इस उल्लेखनीय उपलब्धि को संभव बनाया है.'
Sleeper Vande Bharat की क्या है खासियत?
लंबी दूरी की यात्रा:
160 किमी प्रति घंटे की गति के लिए डिज़ाइन की गई, वंदे भारत स्लीपर एक्सप्रेस में 16 कोच हैं, जिनमें 11 एसी थ्री-टियर, चार एसी टू-टियर और एक एसी फर्स्ट-क्लास शामिल हैं, जो कुल 823 यात्री बर्थ प्रदान करते हैं।
यात्री आराम:
उन्नत प्रकाश व्यवस्था, USB चार्जिंग और एक समर्पित डॉग बॉक्स एक आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करते हैं। ट्रेन में प्रत्येक ड्राइविंग ट्रेलर कोच (DTC) में पर्याप्त सामान रखने की जगह भी है।
भोजन सुविधाएँ:
ताज़ा भोजन बड़े, मध्यम और छोटे पैंट्री के माध्यम से उपलब्ध है, जिसमें आरामदायक भोजन अनुभव के लिए स्थिर और फोल्ड करने योग्य स्नैक टेबल हैं।
सुरक्षा और डिज़ाइन:
एयरोडायनामिक कैब 36 किमी/घंटा तक के प्रभावों का सामना कर सकती है, जिसमें बेहतर यात्री सुरक्षा के लिए क्रैश बफ़र्स और एंटी-क्लाइंबर्स एकीकृत हैं।
उन्नत HVAC सिस्टम:
ट्रेन का HVAC (हीटिंग, वेंटिलेशन और एयर कंडीशनिंग) सिस्टम पूरे समय एक समान एयर कंडीशनिंग सुनिश्चित करता है, जिससे सभी यात्रियों को लगातार आराम मिलता है।
ब्लैक बॉक्स:
ब्लैक बॉक्स से लैस जो वास्तविक समय के डेटा को कैप्चर करता है, निरंतर प्रदर्शन विश्लेषण के माध्यम से सुरक्षा को बढ़ाता है।
सर्वोच्च सुरक्षा मानक:
हर मिनट ड्राइवर ऑपरेशन की आवश्यकता वाले सतर्कता नियंत्रण उपकरण, अग्नि पहचान प्रणाली और 15 मिनट की प्रतिक्रिया समय के साथ HL3 सुरक्षा अनुपालन अद्वितीय सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।
चालक दल का आराम:
पूरी तरह से वातानुकूलित लोको कैब समर्पित शौचालयों के साथ चालक दल की भलाई सुनिश्चित करते हैं, जिससे वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर पाते हैं।
एर्गोनोमिक शौचालय:
ट्रेन में 51 एर्गोनोमिक रूप से डिज़ाइन किए गए शौचालय हैं, जिनमें यूरो, ओरिएंटल और संयोजन शैलियों के विकल्प हैं। प्रथम श्रेणी के यात्रियों को शॉवर की सुविधा मिलती है।
स्वच्छता और रखरखाव:
हर 6 महीने में आवधिक बैक्टीरिया परिवर्तन के साथ बायो-डाइजेस्टर टैंक और प्रत्येक कोच में 30-लीटर कचरा कॉम्पैक्टर उच्च स्वच्छता मानकों को बनाए रखते हैं।