UP MBBS Admission: योगी सरकार को बड़ा झटका! क्या इस प्लान पर लग जाएगी रोक? अब अपील करेगी सरकार

UP MBBS Admission: योगी सरकार को बड़ा झटका! क्या इस प्लान पर लग जाएगी रोक? अब अपील करेगी सरकार
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UP MBBS Admission: राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने उत्तर प्रदेश में कुल मिलाकर 13 नए मेडिकल कॉलेजों को एमबीबीएस पाठ्यक्रम शुरू करने की मंजूरी देने से इनकार कर दिया है. अब राज्य सरकार इस संबंध में शीर्ष चिकित्सा आयोग के समक्ष अपील करने की योजना बना रही है.

यूपी सरकार ने इन 13 नए सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 1300 एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश शुरू करने की योजना बनाई थी. हालांकि, निरीक्षण के दौरान बुनियादी ढांचे और संकाय शक्ति में कमियों सहित कमियाँ उजागर होने के बाद शीर्ष चिकित्सा शिक्षा नियामक निकाय, एनएमसी ने अपनी मंजूरी देने से इनकार कर दिया.

फिलहाल यूपी में 10 हजार MBBS सीटें
वर्तमान में, राज्य में 10,000 से अधिक एमबीबीएस सीटें उपलब्ध हैं. ये 13 नये मेडिकल कॉलेज सुल्तानपुर, कुशीनगर, कौशांबी, कानपुर देहात, ललितपुर, पीलीभीत, औरैया, सोनभद्र, बुलन्दशहर, गोंडा, बिजनौर, चंदौली तथा लखीमपुर खीरी जिलों में विकसित किये गये. देश भर में अट्ठाईस अन्य मेडिकल कॉलेजों को भी अनुमति नहीं दी गई. उनमें से 100 से अधिक को एनएमसी के साथ लागू किया गया था.

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मेडिकल डायलॉग्स ने पहले बताया था कि एनएमसी नए मेडिकल कॉलेज स्थापित करने और एमबीबीएस सीटें बढ़ाने के लिए आवेदनों पर कार्रवाई कर रहा है. यूपी के मामले में, 12 नए मेडिकल कॉलेजों ने एमबीबीएस प्रवेश शुरू करने के लिए आवेदन किया है. ये मेडिकल कॉलेज कुशीनगर, पीलीभीत, सुल्तानपुर, बिजनौर, बुलन्दशहर, लखीमपुर खीरी, कौशांबी, गोंडा, औरैया, कानपुर देहात, सोनभद्र और चंदौली जिलों में स्थित थे.

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“विकास कुमार पिछले 20 साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। उत्तर प्रदेश की राजनीति पर इनकी मजबूत पकड़ है, विधानसभा, प्रशासन और स्थानीय निकायों की गतिविधियों पर ये वर्षों से लगातार रिपोर्टिंग कर रहे हैं। विकास कुमार लंबे समय से भारतीय बस्ती से जुड़े हुए हैं और अपनी जमीनी समझ व राजनीतिक विश्लेषण के लिए पहचाने जाते हैं। राज्य की राजनीति पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक भरोसेमंद पत्रकार की पहचान देती है