यूपी के इस जिले को मिलेंगी 200 बसें, योगी सरकार इस वजह से देगी बड़ा तोहफा

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यूपी के इस जिले को मिलेंगी 200 बसें, योगी सरकार इस वजह से देगी बड़ा तोहफा
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UP Sarkari BUS: आने वाले साल 2025 में कुंभ मेला लगने के कारण पूरे उत्तर प्रदेश में काफी भीड़ रहेगी, इसके अलावा प्रयागराज के संगम पर लगने वाला कुंभ मेले में बेहद भीड़ रहती है, इसी को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से गोरखपुर को 200 नई बसें दी जाएगी. खबरों के मुताबिक, यह बसें इस वर्ष के दिसंबर महीने में उपलब्ध कराई जाएगी, इसके अलावा 200 नई बसों के लिए ड्राइवर की भर्ती भी सरकार द्वारा प्रारंभ कर दी गई है.

आपको यह भी बता दे की प्रयागराज में होने वाले कुंभ मेले में लाखों की कगार पर भीड़ उमड़ती है, यात्रियों को सफर करने में किसी भी तरीके का कोई परेशानी ना हो सके इसीलिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गोरखपुर समेत 20 डिपो को 200 बसें देने की मंजूरी दी गई है. इसके अलावा सरकार द्वारा इन नई बसों को खरीदने के लिए 1000 करोड रुपए का नियम बनाया है, इसके अंतर्गत 4000 बसों को खरीदा जा सकता है.

AC बसें भी होंगी शामिल
इन सबके अलावा इन बसों में 40 सीटर 2/2, 2/3 और एसी बसें वोल्वो और छोटी बसें भी सम्मिलित रहेगी, भारी भीड़ के एकत्रित होने से यात्रियों को सफर करने में किसी भी तरीके का कोई भी परेशानी ना हो सके इसीलिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इन बसों को चलाने की मंजूरी दी गई है.

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गोरखपुर समेत 20 डिपो में 200 बसें दी जाएंगी, सरकार द्वारा बताया गया है कि गांव के इलाकों में यह बसें इसलिए नहीं दी गई हैं क्योंकि वहां के रास्तों में भारी बसों का चलना मुश्किल भरा हो सकता है इसीलिए ग्रामीण इलाकों में बसों को चलाने की मंजूरी नहीं दी गई है. इस वर्ष दिसंबर के महीने में गोरखपुर समेत 20 डिपो में बसें उपलब्ध करा दी जाएगी.

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वागार्थ सांकृत्यायन
संपादक, भारतीय बस्ती

वागार्थ सांकृत्यायन एक प्रतिबद्ध और जमीनी सरोकारों से जुड़े पत्रकार हैं, जो पिछले कई वर्षों से पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। भारतीय बस्ती के संपादक के रूप में वे खबरों को सिर्फ़ घटनाओं की सूचना तक सीमित नहीं रखते, बल्कि उनके सामाजिक और मानवीय पक्ष को भी उजागर करते हैं।

उन्होंने भारतीय बस्ती को एक मिशन के रूप में विकसित किया है—जिसका उद्देश्य है गांव, कस्बे और छोटे शहरों की अनसुनी आवाज़ों को मुख्यधारा की मीडिया तक पहुंचाना। उत्तर प्रदेश की राजनीति, समाज और संस्कृति पर उनकी विशेष पकड़ है, जो खबरों को गहराई और विश्वसनीयता प्रदान करती है