यूपी के इन रूट्स पर सरकार चला सकती हैं एसी स्लीपर बसें, जानें-कितना हो सकता है किराया
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम में ऐसा पहली बार होगा जब एसी स्लीपर बसें चलेंगी. कुछ रूट्स पर नॉन एसी स्लीपर बसें तो संचालित हुईं लेकिन एसी बसों से उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने परहेज किया. हालांकि अब उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने फैसला ले लिया है.
इन बसों में यात्री, रेल यात्रा की तरह सोते हुए सफर कर सकेंगे. इसके अलावा स्लीपर कोच की तरह नॉन एसी बसों में सोने और लेटने की सुविधा होगी.
अधिकारियों की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार यह 150 एसी और ऩॉन एसी स्लीपर बसें खरीदी जाएंगी उनमें से 18 से 20 बसें एसी स्लीपर होंगी.
परिवहन निगम को मिला बजट
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के अधिकारी और प्रवक्ता अजीत सिंह ने बताया कि राज्य सरकार ने निगम को बजट दिया है. बीते साल 500 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया था. इसमें से 120 इलेक्ट्रिक और 1000 सामान्य बसें खरीदी जा रही हैं. सरकार की ओर से उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम को फिर 700 करोड़ और उसके बाद 1000 करोड़ रुपये मिले इसमें 150 स्लीपर बसें खरीदी जाएंगी. इसके साथ ही एसी वॉल्वो, एसी जनरथ बसें भी खऱीदी जाएंगी.
घटनाक्रम से वाकिफ सूत्रों की मानें तो एसी और नॉन एसी स्लीपर बसों को उन रूट्स पर चलाया जाएगा जहां लंबी दूरी में बसें रात का सफर तय करती हों.कुछ बसें गोरखपुर, लखनऊ और कानपुर डिपो को भी मिल सकती हैं. उन रूट्स को प्राथमिकता दिए जाने के आसार हैं जहां से राजस्व लाभ हो. अभी इन बसों के किराए के बारे में कोई जानकरी नहीं मिल पाई है.
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विकास कुमार पिछले 20 साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। उत्तर प्रदेश की राजनीति पर इनकी मजबूत पकड़ है, विधानसभा, प्रशासन और स्थानीय निकायों की गतिविधियों पर ये वर्षों से लगातार रिपोर्टिंग कर रहे हैं। विकास कुमार लंबे समय से भारतीय बस्ती से जुड़े हुए हैं और अपनी जमीनी समझ व राजनीतिक विश्लेषण के लिए पहचाने जाते हैं। राज्य की राजनीति पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक भरोसेमंद पत्रकार की पहचान देती है