2240 बसों से लखनऊ आएंगे 1.12 लाख लोग
अत्याधुनिक म्यूजियम से मिलेगा वैचारिक परिचय
प्रेरणा स्थल पर बनाए गए आधुनिक म्यूजियम के माध्यम से देश की 3 महान विभूतियों के विचार, संघर्ष और योगदान को बेहद रोचक तरीके से प्रस्तुत किया जाएगा. माना जा रहा है कि यहां से लौटने वाले लाभार्थी अपने-अपने क्षेत्रों में विचारधारा के संवाहक बनकर उभरेंगे, क्योंकि विपरीत परिस्थितियों में भी राष्ट्र निर्माण का संकल्प निभाने वाली ऐसी त्रयी राजनीति में विरले ही देखने को मिलती है.
25 दिसंबर को होगा भव्य लोकार्पण
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्र प्रेरणा स्थल का लोकार्पण करेंगे. लखनऊ विकास प्राधिकरण ने इस परियोजना को करीब 65 एकड़ क्षेत्र में विकसित किया है, जिस पर लगभग 232 करोड़ रुपये की लागत आई है.
विशाल प्रतिमाएं बनेंगी आकर्षण का केंद्र
परिसर में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी की 65-65 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं. इन मूर्तियों की डिजाइन देश के प्रसिद्ध मूर्तिकारों द्वारा तैयार की गई है. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के डिजाइनर राम वी. सुतार ने दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा बनाई है, जबकि मूर्तिकार मातूराम ने अटल और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमाओं को आकार दिया है.
लाभार्थियों को लाने की बड़ी तैयारी
लोकार्पण समारोह में लखनऊ और आसपास के जिलों से उन लोगों को आमंत्रित किया गया है, जिन्हें केंद्र या राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ मिला है. इसके लिए परिवहन निगम की बसों का विशेष इंतजाम किया गया है. क्षेत्रीय प्रबंधक आर.के. त्रिपाठी के अनुसार कुल 2240 बसें लगाई गई हैं, जिनके जरिए करीब 1,12,000 लोग कार्यक्रम स्थल तक पहुंचेंगे.
सुविधाओं से लैस भव्य परिसर
बसंतकुंज योजना के सेक्टर-जे में बने इस स्थल पर म्यूजियम ब्लॉक, ध्यान केंद्र, तीन हेलीपैड, पांच सार्वजनिक शौचालय ब्लॉक, पांच प्रवेश और निकास द्वार, चौड़े पैदल मार्ग और बड़े आयोजनों के लिए विशाल मंच तैयार किया गया है. रैली और सामूहिक कार्यक्रमों को ध्यान में रखकर पूरे परिसर को व्यवस्थित ढंग से विकसित किया गया है.
यह आयोजन लोकार्पण कार्यक्रम के साथ-साथ सरकार की योजनाओं से जुड़े लाभार्थियों को वैचारिक रूप से जोड़ने का बड़ा प्रयास है. राष्ट्र प्रेरणा स्थल से लौटने वाले लोग न केवल तीन महान नेताओं के विचारों से रूबरू होंगे, बल्कि आने वाले समय में गांव-गांव तक उन विचारों को पहुंचाने की महत्वपूर्ण भूमिका भी निभा सकते हैं.
बस और यात्रियों का विवरण
हरदोई
- बसें: 430
- यात्री: 21,500
- पार्किंग: पी-5, पी-6
- दूरी: 1200 मीटर
सीतापुर
- बसें: 430
- यात्री: 21,500
- पार्किंग: पी-2
- दूरी: 1250 मीटर
लखीमपुर खीरी
- बसें: 430
- यात्री: 21,500
- पार्किंग: पी-1
- दूरी: 1250 मीटर
बाराबंकी
- बसें: 430
- यात्री: 21,500
- पार्किंग: पी-3, पी-4
- दूरी: 300 मीटर
लखनऊ
- बसें: 520
- यात्री: 26,000
- पार्किंग: पी-7, पी-8
- दूरी: 1500 मीटर
- कुल बसें: 2240
- कुल लाभार्थी: 1,12,000
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शोभित पांडेय एक समर्पित और अनुभवशील पत्रकार हैं, जो बीते वर्षों से डिजिटल मीडिया और ग्राउंड रिपोर्टिंग के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। खबरों की समझ, तथ्यों की सटीक जांच और प्रभावशाली प्रेज़ेंटेशन उनकी विशेष पहचान है। उन्होंने न्यूज़ राइटिंग, वीडियो स्क्रिप्टिंग और एडिटिंग में खुद को दक्ष साबित किया है। ग्रामीण मुद्दों से लेकर राज्य स्तरीय घटनाओं तक, हर खबर को ज़मीनी नजरिए से देखने और उसे निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करने में उनकी विशेष रुचि और क्षमता है।