यूपी के इस जिले में बनेगी टनल, 440 करोड़ रुपए की मंजूरी
के निर्माण के लिए 440 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है। यह परियोजना क्षेत्र के यातायात को सुगम बनाने और विकास को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
440 करोड़ की धनराशि स्वीकृत
इस परियोजना के लिए 440 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है, जो क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगी। यह परियोजना क्षेत्र के लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी उत्पन्न करेगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करेगी। एयरपोर्ट के रनवे विस्तारीकरण परियोजना की जद में आए वाराणसी-सुलतानपुर-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-31) को बाबतपुर के पास तभी तोड़ा जाएगा, जब टनल का निर्माण शत प्रतिशत पूर्ण होगा। टनल के बनने तक वाहनों की आवाजाही इसी हाईवे से होती रहेगी। टनल की गहराई साढ़े छह मीटर होगी। कार्यदायी एजेंसी को निर्माण के अलावा 10 साल तक देखरेख और मरम्मत की जिम्मेदारी निभानी होगी। भूमि अधिग्रहण के लिए एनएचएआइ ने करीब 218 करोड़ रुपये की डिमांड की थी, इसमें करीब 114 करोड़ रुपये आवंटित हो चुके हैं। इस परियोजना के तहत, 450 मीटर लंबी सुरंग का निर्माण किया जाएगा। जिससे यातायात की गति बढ़ेगी और क्षेत्र में विकास को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही 2.40 किलोमीटर लंबी ग्रीनफील्ड सड़क का निर्माण किया जाएगा, जो क्षेत्र के अन्य हिस्सों को जोड़ने में मदद करेगा। बैठक के दौरान एएआइ के महाप्रबंधक राजीव कुलश्रेष्ठ और एनएचएएआइ के परियोजना निदेशक प्रवीण कुमार कटियार के मध्य दोनों तरफ से समझौते के नियम-शर्तें तय किए गए। छह लेन टनल का हिस्सा करीब 450 मीटर होगा और उसकी कनेक्टिविटी के लिए करीब 2.40 किलोमीटर ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क बनेगी। ऐसे ही कई गंभीर मुद्दों पर सोमवार को एनएचएआइ (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) और एएआइ (भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण) के मध्य सहमति बनी है। दोनों विभागों के शीर्ष अफसरों ने टनल परियोजना के एमओयू (मेमोरेंडम आफ अंडरस्टैंडिंग) पर हस्ताक्षर किए हैं।