गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर सफर और सुगम,172 गांवों से होकर गुजरता 7283 करोड़ का प्रोजेक्ट
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यूपी में टोल प्लाजा और रैप पर चढ़ने और उतरने के लिए विभिन्न मार्गों का विकसित करने की योजना की तैयारी है जिससे एक्सप्रेसवे पर पहुंच कर ट्रैफिक नियंत्रण किया जा सके तथा आधुनिक सड़क अवसंरचना परियोजना पूर्वांचल क्षेत्र के कनेक्टिविटी तथा सुरक्षा में व्यापक सुधार लाने की तैयारी की जा रही है.
ट्रैफिक नियंत्रण में व्यापक स्तर पर सुधार
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने फूलपुर तहसील में सलारपुर टोल प्लाजा के आसपास ₹7283 करोड रुपए की धनराशि से बने 91.352 किलोमीटर लंबा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का लोकार्पण इनके कर कमलों के द्वारा किया जाएगा. अब इस लिंक एक्सप्रेसवे को सुगम और सुरक्षित सफर के साथ-साथ पूर्वांचल का विकास एक नया आयाम लिखेगा यही कारण है कि लिंक एक्सप्रेसवे आजमगढ़, संत कबीर नगर और गोरखपुर, अंबेडकर नगर जिले से कनेक्ट हो रहा है. मुख्य सचिव मनोज सिंह ने कहा है कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस पर योजना तथा गोरखपुर जनपद में एनएच 27 जैतपुर से निकलकर जिला अंबेडकर नगर के फुलवरिया से मार्ग होते हुए जिला आजमगढ़ के सलारपुर तक किया जाना है.
जो कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के चेनेज 191 से 200 पर मिलता है अब एक्सप्रेस में पूर्णता प्रवेश नियंत्रित 4 लेन एक्सप्रेसवे है. तथा 6 लेन विस्तारणीय हैं. इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 91.352 किलोमीटर नापा गया है जिसमें प्रारंभ में योजना की कुल स्वीकृत लागत 5676.68 करोड रुपए लागत लगाई गई थी. प्लीज जानकारी के अनुसार बताया गया है कि पूर्वांचल क्षेत्र की कनेक्टिविटी सुरक्षा और आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है जिसमें यह सुनिश्चित हुआ है कि तेज गति वाले ट्रैफिक को बाधित किए बिना ही आसपास के कई गांवों और इलाकों को सड़क नेटवर्क से सीधा जोड़ने का मौका मिल पा रहा है.
कनेक्टिविटी और सुरक्षा को लेकर बड़ी तैयारी
जनमानस की सुविधाओं और जनप्रतिनिधियों द्वारा की गई मांग को लेकर कराए गए विभिन्न अतिरिक्त निर्माण कार्यों के कारण योजना की लागत में वृद्धि की गई और स्वीकृति मिलने के बाद परियोजना की पुनरीक्षित लागत 7283.8 करोड रुपए व्यक्त किया गया है. इस दौरान गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की योजना जो बनाई गई है जिसमें चार जनपद के 172 गांव से होकर यह एक्सप्रेस में गुजरेगी जिसमें 124 अंडरपास और एक ओवर पास बनाया जाएगा फिर उसके बाद 22029 किसानों से 1149 हेक्टेयर भूमि अधिकृत करवाई जाएगी. अब इसमें सात फ्लाईओवर 8 दिर्घ सेतु बनवाया जाएगा. कृषकों को 2030.29 करोड रुपए की भुगतान करवाने की तैयारी है.
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इसमें दो टॉयलेट कंपलेक्स भी शामिल किया गया है उसके बाद 9 टोल और रैंप प्लाजा भी निर्माण करवाया जाएगा. इस दौरान इसमें दो जन सुविधा परिसर तथा नौ रैंप चढ़ने और उतरने के लिए शामिल किया जा चुका है. इस दौरान रैंप पर से गाड़ियों को सीधा एक्सप्रेसवे गली और क्षेत्र तथा राष्ट्रीय मार्गों पर आसानी से चढ़ने उतरने की सुविधा उचित रूप से मिल पाएगी मुख्य और स्थानीय कनेक्शन दोनों के लिए अलग-अलग तरह से टोल प्लाजा होने से ट्रैफिक विभाजन और टोल कलेक्शन व्यवस्थित किया जाएगा. सर्विस लेन और रैंप के साथ-साथ एक्सप्रेसवे पर तेज गति ट्रैफिक के बीच व्यवधान कम उत्पन्न हो पाएगा आसपास के क्षेत्र में और शहरी इलाकों में बस और टेंपो निजी वाहन के लिए पहुंचे आसान हो जाएगी.