यूपी के इस चीनी मिल की होगी नीलामी, जाने पूरी खबर
उत्तर प्रदेश में स्थित कुशीनगर में बकाया दारो का आक्रोश फूट रहा है। भारत देश में अन्नदाता का दर्जा किसानों दिया गया है। जब इन किसानों के ऊपर जुर्म बरसाता है तब सरकार फैसला लेती है।
किसानों के ऊपर आसमानी आफत
बकाया दर बढा, घरों में दहशत
कुशीनगर का चीनी मिल बंद होने से छोटे-मोटे चौक-चौराहों की भी रौनक खत्म हो गई है। अब किसानों को लग रहा है रोजगार की सीमा समाप्त हो चुकी है। इस जगह पर कई घरों में चिंता का विषय बन चुका है। पैसे के अभाव में लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। चीनी मिल से जुड़े छोटे-मोटे कारीगर, कल पुर्जे के दुकानदार सहित चीनी मिल में काम करने वाले मजदूरों की स्थिति बेसहारों जैसी हो गई है। तहसील प्रशासन ने किसानों का बकाया भुगतान करने के लिए मिल प्रबंधन को दर्जनों बार चेतावनी नोटिस आदि दिया। इस पर मिल ने कुछ भुगतान भी किया लेकिन 77 करोड़ रु अभी भी बकाया बताया जा रहा है। जानकारों के मुताबिक चीनी मिल की जमीन के रूप में अचल संपत्ति अगर नीलाम हो जाएगी तो मिल के पास केवल लोहा ही कप्तानगंज में शेष बचेगा। दूसरी तरफ चीनी मिल प्रबंधन हर हाल में मिल चलान की जुगत में लगा है।