यूपी में इन गाड़ियों पर होगी सख़्ती, 30 दिन का दिया गया समय

उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में स्थित आगरा में ताज ट्रेपेजियम ज़ोन में प्रदूषण नियंत्रण को ध्यान में रखते हुए 15 वर्ष से अधिक पुराने वाहनों के संचालन पर सख्त प्रतिबंध लागू है. इसके बावजूद, शहर की सड़कों पर अब भी ऐसे वाहन दौड़ते नज़र आ रहे हैं, जो न सिर्फ पर्यावरण के लिए घातक हैं बल्कि नियमों की खुली अवहेलना भी करते हैं. संभागीय परिवहन विभाग ने इन वाहनों को रिकॉर्ड से हटाने की प्रकिया तो शुरू कर दी है, परंतु ज़मीनी स्तर पर सख्ती अभी शुरू नहीं हुई है. इसी को मद्देनज़र रखते हुए परिवहन आयुक्त बीएन सिंह ने प्रवर्तन विभाग को निर्देशित किया है कि पुराने वाहनों के साथ-साथ स्कूली वाहनों पर विशेष ध्यान देते हुए सघन अभियान चलाया जाए, जिससे सड़क सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण सुनिश्चित किया जा सके.
परिवहन आयुक्त बीएन सिंह ने हाल ही में आगरा स्थित क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) का औचक जांच किया, जहां उन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की. इस दौरान उन्होंने बताया कि प्रदेशभर में पुराने और अनुपयुक्त वाहनों को खत्म करने के लिए अधिकृत स्क्रैप सेंटर स्थापित किए जा रहे हैं. इन केंद्रों पर वाहन स्क्रैप कराने पर वाहन स्वामी सरकार द्वारा निश्चित प्रोत्साहन योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं. आयुक्त ने स्पष्ट किया कि इन स्क्रैपिंग केंद्रों के माध्यम से न सिर्फ पुराने वाहनों को खत्म करने में आसानी होगी, बल्कि इससे जनता को आर्थिक सहायता भी प्राप्त होगी और पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में भी सहायता मिलेगी. उन्होंने अधिकारियों को सख्त आदेश दिए कि नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.