यूपी के सरकारी स्कूल में होने जा रहे यह बड़े बदलाव

उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा छोटे बच्चों की पढ़ाई को और मजेदार व आकर्षक बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है. अब प्रदेश के सभी को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों और बालवाटिकाओं में पढ़ने वाले नन्हें-मुन्नों को हर महीने स्टेशनरी सामग्री दी जाएगी. इस पैकेट में पेंसिल, रंगीन क्रेयान, वॉटर कलर, चार्ट, फ्लैश कार्ड और कार्यपत्रक शामिल होंगे.
हर महीने मिलेगा स्टेशनरी किट

सरकार ने जारी की बड़ी धनराशि

स्कूलों को मिले आदेश
महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को स्पष्ट आदेश देते हुए कहा हैं कि "स्टेशनरी का उपयोग बच्चों की गतिविधियों और कला-आधारित पढ़ाई में ही किया जाए. साथ ही, बच्चों को यह भी सिखाया जाएगा कि इस्तेमाल की गई सामग्री को संभालकर रखें, जिससे उसे अगले दिन दोबारा इस्तेमाल किया जा सके."
यह पहल केवल पढ़ाई को आसान बनाने के साथ-साथ बच्चों की कल्पनाशक्ति और रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए भी है. अब बच्चों की पढ़ाई किताबों और कॉपियों तक सीमित न रहकर रंगों, चित्रों और गतिविधियों से भरपूर होगी. इससे शुरुआती शिक्षा की नींव और भी मजबूत होगी.
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जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन समिति पर
स्टेशनरी की खरीद और वितरण की जिम्मेदारी विद्यालय प्रबंध समिति को दी गई है. इस समिति में प्रधानाध्यापक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सुपरवाइजर और प्री-प्राइमरी नोडल शिक्षक शामिल होंगे. वहीं, डायट प्राचार्य मासिक समीक्षा बैठकों में पूरी प्रगति की देखरेख करेंगे और जिला स्तर पर रिपोर्ट भी तैयार करेंगे.
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शोभित पांडेय एक समर्पित और अनुभवशील पत्रकार हैं, जो बीते वर्षों से डिजिटल मीडिया और ग्राउंड रिपोर्टिंग के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। खबरों की समझ, तथ्यों की सटीक जांच और प्रभावशाली प्रेज़ेंटेशन उनकी विशेष पहचान है। उन्होंने न्यूज़ राइटिंग, वीडियो स्क्रिप्टिंग और एडिटिंग में खुद को दक्ष साबित किया है। ग्रामीण मुद्दों से लेकर राज्य स्तरीय घटनाओं तक, हर खबर को ज़मीनी नजरिए से देखने और उसे निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करने में उनकी विशेष रुचि और क्षमता है।