यूपी में बाढ़ की वजह से रुका इस रिंग रोड का निर्माण
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यूपी में रोड परियोजना से ट्रैफिक में सुधार बेहतर कनेक्टिविटी तथा ग्रामीण विकास की उम्मीद की जा रही है. अब इस कड़ी में मुख्य रूप से जल निकासी की अनुपस्थिति का परिणाम है जिसे ग्रामीणों ने तुरंत ही पहचान लिया तथा प्रदर्शन कर सुधार की मांग की है. जिसमें स्थानीय स्तर पर ग्रामीण तथा अधिकारियों के बीच संवाद कायम है.
बाढ़ की वजह से थमा निर्माण कार्य
जिसमें कटान भी तेज रफ्तार पकड़ लिया है अब धान, गन्ना, मक्का की फसले जल मग्न धीरे-धीरे हो रही है. इस दौरान नदी में पानी बढ़ने से करनैलगंज के बाढ़ प्रभावित करीब करीब 42 गांव के लोगों की बेचैनी इधर फिर बढ़ने लगी है अब कटान तेज होने से किसने की लहलहाती फसल नदी में समा रही है. अब इस कड़ी में किसान कच्ची फसल काटकर अपने पशुओं को भी खिला रहे हैं.

पुनः नदी का जलस्तर बढ़ा
अब ग्रामपारा, नैपुरा, बेहटा, घरकुइंया, माझा रायपुर, परसावल, कमियार में तीव्र गति के साथ कटान किया जा रहा है. बेहटा तथा पारा ग्राम पंचायत में 400 बीघे से अधिक फसल लगे खेत कटकर नदी में समा चुके हैं. अब ग्राम प्रधान दुर्गेश कुमार निषाद ने कहा है कि काटन तीव्र गति से कराया जा रहा है जिसमें आधे से ज्यादा कार्य हो चुका है अभी तक खेत कट रहे थे.
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अब नदी गांव की तरफ बढ़ रही है और दूसरी तरफ ग्राम नकहरा, बेहटा, पारा में जल भराव से लोगों को कुछ राहत मिली थी लेकिन नदी का जलस्तर बढ़ने से एक बार फिर गांव में पानी भरने लगा है. अब ग्राम बहुवन मदार माझा के सामने बांध के अंदर खेतों में लगी फसल पूरी तरह से जल में समाने के साथ-साथ नदी की धारा में समा रही है इस बीच एसडीएम यशवंत राव ने बताया है कि बाढ़ का पानी प्रभावित गांव से निकल चुका है अब एक बार फिर नदी का जलस्तर बढ़ रहा है निगरानी कराई जा रही है.
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शम्भूनाथ गुप्ता पिछले 5 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता में हैं। 'मीडिया दस्तक' और 'बस्ती चेतना' जैसे प्लेटफॉर्म पर न्यूज़ और वीडियो एडिटिंग टीम में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। न्यूज़ प्रोडक्शन और डिजिटल कंटेंट निर्माण में गहरा अनुभव रखते हैं। वर्तमान में वे 'भारतीय बस्ती' की उत्तर प्रदेश टीम में कार्यरत हैं, जहां वे राज्य से जुड़ी खबरों की गंभीर और सटीक कवरेज में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।