यूपी के इस रेलवे स्टेशन से कम होगा बोझ, यह स्टेशन बनेगा जंक्शन !
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भारतीय रेलवे अपने यात्रिओं के लिए दिल्ली-हावड़ा रूट पर ट्रेन से यात्रा को खास बनाने जा रहा है। इस रूट पर चलने वाली ट्रेनों में अब हर जगह ब्रेक नहीं लगेगा। यात्री टेंशन फ्री हो कर सफर कर सकेंगे और अपनी डेस्टिनेशन पर टाइम से पहुंचेंगे। भारतीय रेलवे ने इसके लिए प्लान बना लिया है, जो जल्द ही लागू हो जाएगा।
दिल्ली-हावड़ा रूट बनने जा रहा है खास
बजट में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने नई ट्रेनों, रेल लाइनों, ओवरब्रिजों के साथ स्टेशनों के विकास के लिए धनराशि की व्यवस्था की है। इससे चंदारी स्टेशन की फाइल फिर निकली है। इसके निर्माण से दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग पर ट्रेनों का परिचालन अच्छा होगा। वर्तमान में सेंट्रल के रास्ते 288 ट्रेनें गुजर रही हैं। यहां से ट्रेनें दूसरे स्टेशनों पर शिफ्ट होने से बेहतरी आएगी। देश के दो सबसे बिजी रूटों में एक दिल्ली-हावड़ा है। यहां पर ट्रेनों के साथ साथ गुड्स ट्रेनों की संख्या भी ज्यादा है। खुर्जा से लेकर पिलखनी तक ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर ; तैयार हो गया है। इसमें धीरे-धीरे गुड्स ट्रेनों को शिफ्ट किया जा रहा है लेकिन अभी तक पूरी तरह से शिफ्ट नहीं किया गया है। दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग पर जीटी रोड के करीब चंदारी रेलवे स्टेशन को विकसित करने के लिए पिछले वर्षों में सर्वे हुआ है। यहां चार प्लेटफार्म बनाकर जंक्शन का रूप देने की तैयारी है। इनमें पहले से ही विकास के काम चल रहे हैं। शताब्दी व राजधानी समेत 80 से अधिक ट्रेनें इन रेलवे स्टेशनों पर शिफ्ट होंगी, जिससे कानपुर सेंट्रल स्टेशन का लोड घटेगा। दिल्ली-हावड़ा रूट की ट्रेनें सीधे प्रयागराज भेजना आसान होगा। इससे लखनऊ व वाया झांसी मुंबई रेलमार्ग पर आउटर में ट्रेनों का फंसाव कम होने से लेटलतीफी रुकेगी।
यात्रिओं को ध्यान में रख कर लिया गया बड़ा फैसला
दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग पर स्थित चंदारी रेलवे स्टेशन के विकास की तैयारी है। रेलवे के बजट में स्टेशनों के विकास के लिए धनराशि की व्यवस्था से इसकी आस जगी है। निकट भविष्य में पनकी धाम, गोविंदपुरी, जूही यार्ड जंक्शन व चंदारी स्टेशनों के माध्यम से दक्षिण क्षेत्र के 30 लाख से अधिक लोगों को सुगम रेल सफर मिलेगा। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि पैसेंजर ट्रेनें केवल तय स्टेशनों पर ही रुकेंगी। बीच में कहीं पर गुड्स ट्रेनों को पास देने के लिए नहीं रुकेंगी और न ही ट्रेनों की स्पीड कम होगी। कई बार गुड्स ट्रेन आगे चलने की वजह से पैसेंजर ट्रेनों की स्पीड दिया जाता था जिसकी वजह से पैसेंजर को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। पनकी, सरायमीता, गुजैनी, दबौली, गोविंद नगर, किदवई नगर, बाबूपुरवा, जूही, ट्रांसपोर्ट नगर, श्याम नगर, हरजिंदर नगर, लालबंगला, दहेली सुजानपुर, आजाद नगर, यशोदा नगर, नौबस्ता, बर्रा, साकेत नगर, केशव नगर आदि मोहल्लों के लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। घाटमपुर-बिधनू, सरसौल, नर्वल जैसे ग्रामीणांचल के लोग भी सेंट्रल की भागदौड़ से बच जाएंगे। चारों रेलवे स्टेशनों के विकास से नए खानपान स्टाल खुलेंगे, वेंडरिंग, स्टैंड, आवागमन के लिए वाहनों से रोजगार मिलेंगे व आर्थिकी सुधरेगी।