यूपी के इस जिले में ई-रिक्शा चालकों पर सख्त कार्रवाई
1.jpg)
उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में ई.रिक्शा चालकों की मनमानी पर शिकंजा कसते हुए. अब तक 100 से अधिक चालकों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है. यह कदम यातायात व्यवस्था को सुधारने और सड़क सुरक्षा बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है.
अब तक 100 पर कार्रवाई
यूपी के सिद्धार्थनगर जिले में प्रतिबंधित मार्गों पर ई.रिक्शा के संचालन पर रोक के बावजूद, चालकों की मनमानी जारी थी. ट्रैफिक पुलिस ने ई.रिक्शा का चालान किया और पांच को सीज किया. इसके साथ ही प्रमुख चौराहों पर जागरूकता अभियान चलाया गया. अब बिना लाइसेंस और पंजीकरण के ई-रिक्शा नहीं दौड़ पाएंगे. इन पर कार्रवाई के लिए संभागीय परिवहन विभाग ने अभियान छेड़ दिया है. जांच में अब तक 100 से अधिक ई-रिक्शा चालकों पर कार्रवाई हो चुकी है. इसमें 15 ऐसे मिले हैं, जिनके पास लाइसेंस तक नहीं है. वहीं, अन्य पर बिना पंजीकरण और अन्य कमियां मिलने पर कार्रवाई की गई है. बलरामपुर में सड़क सुरक्षा माह के तहत ई.रिक्शा चालकों के लिए विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया.
इस दौरान 55 वाहनों का चालान किया गया और 1 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया. दिल्ली सरकार ने भी अवैध ई.रिक्शों पर शिकंजा कसते हुए. 114 रिक्शों को नष्ट किया. अब प्रतिदिन 100 अवैध ई.रिक्शों को पकड़ा जा रहा है. एक से 30 अप्रैल तक विशेष चेकिंग शुरु किया है. अब तक जिले में 100 ई- रिक्शा पर कार्रवाई की गई है। इसमें चालान और सीज करने का कार्य किया गया है. ई.रिक्शा चालकों की मनमानी पर कड़ी कार्रवाई से यातायात व्यवस्था में सुधार होगा और सड़क सुरक्षा बढ़ेगी. सरकार की यह पहल नागरिकों के लिए राहतकारी साबित होगी. ई.रिक्शा चालकों की मनमानी पर प्रशासन की सख्त कार्रवाई से यातायात व्यवस्था में सुधार की उम्मीद है. नागरिकों की सुरक्षा और सड़क पर अव्यवस्था को रोकने के लिए यह कदम आवश्यक था. आगे भी ऐसे अभियान जारी रहने की संभावना है.
ई.रिक्शा चालकों की मनमानी पर शिकंजा
ई.रिक्शाए शहरी परिवहन में एक सस्ता और पर्यावरण मित्र विकल्प के रूप में उभरा है. लेकिन इसके बढ़ते उपयोग के साथ.साथ कई समस्याएं भी सामने आई हैं. कई शहरों में ई.रिक्शा चालक यातायात नियमों की अनदेखी करते हुए उल्टी दिशा में चलते हैं. जिससे जाम की स्थिति उत्पन्न होती है.. कुछ चालक निर्धारित क्षमता से अधिक सवारियां बैठाकर सुरक्षा मानकों की अनदेखी करते हैं. जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ता है. अयोध्या जैसे स्थानों पर ई.रिक्शा चालक यात्रियों से निर्धारित किराए से अधिक वसूलते हैं.
जिससे यात्रियों को आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. ई-रिक्शा की संख्या में कई साल से इजाफा हो रहा है। इससे जहां हादसे हो रहे हैं, वहीं जाम की स्थिति बन जा रही है। मुख्यालय सहित जिले के चार तहसील मुख्यालयों पर यही हाल है। रूट तय न होने के कारण हर कस्बा जाम की गिरफ्त में है. वहीं, अचानक सामने से कई बार लोग हादसे का शिकार हो जा रहे हैं. बड़ी संख्या में नाबालिग के ई- रिक्शा चलाए जाने की बात सामने आ रही है. अब शासन ने इसे संज्ञान में ले लिया। इसमें इनका रूट तय करने के साथ ही जांच करके कार्रवाई करने का निर्देश दिया.