काफिला रोककर निकालें एंबुलेंस: राष्ट्रपति
-कैप्टन मनोज पांडेय सैनिक स्कूल के हीरक जयंती समापन समारोह में बोले रामनाथ कोविंद -यह देश का पहला सैनिक स्कूल जो राज्य सरकार संचालित कर रही: योगी

लखनऊ.(आरएनएस) राजधानी के सरोजनीनगर क्षेत्र स्थित कैप्टन मनोज पाण्डेय सैनिक स्कूल के हीरक जयंती वर्ष के समापन समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को शामिल होते हुए कहा कि मैं राष्ट्रपति होने के साथ-साथ एक संवेदनशील नागरिक हूं. कहा कि मुझे जानकारी मिलती है कि कई शहरों में मेरी यात्रा के दौरान आम जनता को असुविधा होती है. मुझे भी इसकी चिंता है और पीड़ा है. इसलिए मेरे 2-3 सुझाव हैं. उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि तय समय से बहुत पहले, ट्रैफिक ना रोका जाए, 10-15 मिनट पहले तक तो ठीक है.
मुख्यमंत्री योगी ने राष्ट्रपति का स्वागत अभिनन्दन करते हुए कहा आज ये स्कूल कई मायने में प्रतिमान गढ़ रहा है. इस विद्यालय के संस्थापक पूर्व मुख्यमंत्री स्व. सम्पूर्णानन्द ने 1960 के कालखंड में इस बात की परिकल्पना की थी कि सैनिक स्कूल होने चाहिए. 1962 में युद्ध हुआ था, उस वक्त उस राजनेता ने ही दूरदर्शिता से इसे भांप लिया था कि देश को इसकी जरूरत होगी. इसलिए हमारी सरकार ने संकल्प लिया कि देश को सैनिक स्कूलों की आवश्यकता है. सिर्फ सेना ही नहीं देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए भी हम देश को सेवाएं दे सकें. संपूणार्नंद की इस परिकल्पना को हमने साकार किया और इस प्रदेश के पांचवे सैनिक स्कूल का शिलान्यास गोरखपुर में किया. इस सैनिक स्कूल का नाम 2017 मे कारगिल युद्ध के नायक कैप्टन मनोज पांडेय के नाम पर रखा और उस राष्ट्रनायक को सम्मान दिया.
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योगी ने कहा कि इस सैनिक स्कूलों में एक भारत श्रेष्ठ भारत की संरचना को लगातार निरंतर अग्रसर है. आज के इस हीरक जयंती के समारोह मे राष्ट्रपति द्वारा समय दिया गया. इसके लिए धन्यवाद है. ये देश का पहला ऐसा सैनिक स्कूल है, जो राज्य द्वारा संचालित हो रहा है.