यूपी में बंद रहेंगे 16 जुलाई से इस तारीख तक स्कूल

उत्तर प्रदेश: सावन की शुरुआत 11 जुलाई से हो चुकी है ऐसे में शिव भक्त कावड़ यात्रा जा रहे हैं. हरिद्वार, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद और मेरठ में कांवड़ रूटों पर अत्यधिक भीड़ होने से स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सुरक्षा और यातायात को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने कई जरूरी निर्णय लिए हैं.
कांवड़ यात्रा शुरू होने से दिल्ली-मेरठ हाईवे को वन-वे कर दिया गया है. सोमवार दोपहर से यह व्यवस्था लागू की गई, जिससे अब दोनों दिशाओं का ट्रैफिक एक ही ओर से गुजर रहा है. इस वजह से मुरादनगर से मोरटा के बीच लगभग 10 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया.

लोगों को केवल 10 मिनट का सफर करने में 2 से 3 घंटे लग गए. गर्मी और भीड़ के बीच लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. यातायात पुलिस मौके पर उपस्थित रही, परंतु वाहनों की लंबी कतारों को संभालना मुश्किल हो गया.
प्रशासन ने बिना सोचे-समझे हाईवे को वनवे करने का निर्णय लिया था, हांलांकि अभी कांवड़ियों की संख्या अधिक नहीं है. इस निर्णय से आम जनता को बिना वजह परेशानी झेलनी पड़ रही है. जाम में एंबुलेंस, स्कूल बसें व जरूरी सेवाएं भी फंसी नजर आईं.
इसके अतिरिक्त कांवड़ यात्रा के कारण मेरठ और मुजफ्फरनगर में सभी स्कूलों को कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया गया है. मेरठ के जिलाधिकारी डॉ. वीके सिंह ने जानकारी दी कि 16 से 23 जुलाई तक जिले के सभी स्कूल बंद रहेंगे. 23 जुलाई को शिवरात्रि है, उसके बाद 24 जुलाई को स्कूल फिर से खोलें जाएंगे.
इसी क्रम में मुजफ्फरनगर में भी जिला प्रशासन ने स्कूलों की छुट्टी करने का निर्णय लिया है. सरकारी से लेकर निजी स्कूल, डिग्री कॉलेज, माध्यमिक व तकनीकी संस्थान सभी 16 से 23 जुलाई तक बंद रहेंगे. डीआईओएस राजेश कुमार ने सभी शैक्षणिक संस्थानों को इसका आदेश भेज दिया है. आदेश में यह भी कहा गया है कि अगर कोई स्कूल इस अवधि में खुला मिला तो उस पर कार्रवाई की जाएगी.