यूपी की Ramswaroop University विवाद: एक क्लिक में जानें अब तक की पूरी जानकारी
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उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में स्थित श्रीरामस्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय (SRMU) में सोमवार, 1 सितंबर 2025 को बड़ा हंगामा देखने को मिला. एलएलबी कोर्स की मान्यता न होने के बावजूद पढ़ाई जारी रखने और छात्रों से फीस वसूलने के आरोपों के बीच आंदोलन कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. इस कार्रवाई से विश्वविद्यालय परिसर तनाव का केंद्र बन गया और कई छात्र-छात्राएं घायल हो गए.
छात्रों का आरोप और विरोध का कारण
छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) की मान्यता न होते हुए भी एलएलबी कोर्स में एडमिशन दिए. जब यह जानकारी सामने आई तो विद्यार्थियों ने प्रशासन से दो बड़ी मांगें रखीं, पहली ये कि उनकी पूरी फीस वापस की जाए या फिर उन्हें किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय में ट्रांसफर कर दिया जाए. इन मांगों को लेकर छात्र कई दिनों से धरने और प्रदर्शन पर बैठे थे, परंतु सोमवार को स्थिति अचानक बिगड़ गई.
पुलिस की सख्त कार्रवाई से बवाल
सोमवार को विश्वविद्यालय गेट पर छात्रों और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी की. इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई. पुलिस का आरोप है कि कैंपस के अंदर तोड़फोड़ की कोशिश की गई, जिसके बाद मजबूरन लाठीचार्ज करना पड़ा.
इस कार्रवाई में करीब 25 से ज्यादा छात्र-छात्राएं घायल हुए. कई को जिला अस्पताल भेजा गया जबकि गंभीर रूप से जख्मी छात्रों को लखनऊ ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया. ABVP कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि दो छात्र कोमा की स्थिति में हैं.
योगी सरकार की सख्त प्रतिक्रिया
घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए. सीओ सिटी को निलंबित कर दिया गया जबकि कोतवाल नगर, चौकी इंचार्ज और चौकी कर्मियों को लाइनहाजिर किया गया.
साथ ही घटना की विस्तृत जांच के लिए आईजी अयोध्या प्रवीण कुमार को जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसके अलावा सीएम ने मंडलायुक्त अयोध्या को आदेश दिया है कि वे SRMU के एलएलबी कोर्स की मान्यता और वैधता की जांच कर मंगलवार शाम तक रिपोर्ट प्रस्तुत करें.
घायल छात्रों का गुस्सा और रातभर प्रदर्शन
लाठीचार्ज से गुस्साए घायल छात्र और ABVP कार्यकर्ता सोमवार देर रात जिला अस्पताल और डीएम आवास के बाहर इकट्ठा हो गए. वहां उन्होंने दोषी पुलिस अधिकारियों की गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए जमकर विरोध प्रदर्शन किया.
विपक्ष का हमला, सरकार पर उठे सवाल
घटना ने राजनीतिक मोर्चे पर भी हलचल मचा दी है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी सरकार पर तीखा वार करते हुए कहा कि "भाजपा समर्थित छात्र संगठन ABVP के छात्रों पर लाठियां बरसाना बेहद निंदनीय है." उन्होंने कहा कि "आवाज उठाना छात्रों का हक है और उन पर बल प्रयोग करना लोकतंत्र का गला घोंटना है. कांग्रेस छात्रों की इस लड़ाई में उनके साथ खड़ी है."
इसके अलावा, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि "बाराबंकी में छात्रों पर लाठीचार्ज, सरकार की नाकामी और हताशा की निशानी है."
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शोभित पांडेय एक समर्पित और अनुभवशील पत्रकार हैं, जो बीते वर्षों से डिजिटल मीडिया और ग्राउंड रिपोर्टिंग के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। खबरों की समझ, तथ्यों की सटीक जांच और प्रभावशाली प्रेज़ेंटेशन उनकी विशेष पहचान है। उन्होंने न्यूज़ राइटिंग, वीडियो स्क्रिप्टिंग और एडिटिंग में खुद को दक्ष साबित किया है। ग्रामीण मुद्दों से लेकर राज्य स्तरीय घटनाओं तक, हर खबर को ज़मीनी नजरिए से देखने और उसे निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करने में उनकी विशेष रुचि और क्षमता है।