उत्तर प्रदेश में बढ़ेगी रेल कनेक्टिविटी, घुघली–आनंदनगर रूट पर काम को मिली गति

उत्तर प्रदेश में बढ़ेगी रेल कनेक्टिविटी, घुघली–आनंदनगर रूट पर काम को मिली गति
उत्तर प्रदेश में बढ़ेगी रेल कनेक्टिविटी, घुघली–आनंदनगर रूट पर काम को मिली गति

उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में स्थित महराजगंज में लंबे समय से प्रतीक्षित घुघली–आनंदनगर वाया महराजगंज नई रेल लाइन परियोजना कार्य में तेजी नज़र आने लगी है. इस परियोजना के पहले चरण में घुघली से महराजगंज के मध्य आने वाली 29 ग्राम पंचायतों की भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया करीब पूरी कर ली गई है. अब रेलवे प्रशासन ने अधिग्रहीत भूमि को खाली कराने की कार्रवाई भी शुरू कर दी है. बीते रविवार को इस दिशा में जोगिया गांव से अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया की शुरुआत की गई.

रेलवे ने दी थी पहले से चेतावनी

रेलवे प्रशासन के अनुसार, जिन कास्तकारों की जमीन अधिग्रहित की गई थी और जिन्हें मकानों का मुआवजा भी मिल चुका है, उन्हें करीब एक महीने पहले ही नोटिस जारी किया गया था. नोटिस में स्पष्ट कहा गया था कि "वे अपने मकान, पेड़, हैंडपंप या अन्य संरचनाएं स्वयं हटाकर प्रशासनिक कार्य में सहयोग करें." अब नोटिस की समय सीमा पूरी होने के बाद, रेलवे टीम ने स्थल से अतिक्रमण हटवाने की कार्रवाई शुरू कर दी है.

अब रेल लाइन बिछाने की तैयारी

अधिकारियों के मुताबिक, भूमि अधिग्रहण कार्य लगभग पूरा होने के बाद अब रेलवे जल्द ही रेल लाइन बिछाने और आधार निर्माण का कार्य शुरू करेगा. इससे घुघली से आनंदनगर वाया महराजगंज रेल परियोजना को तेज़ रफ्तार मिलने की उम्मीद है.

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स्वेच्छा से मकान हटा रहे हैं ग्रामीण

ज्यादातर प्रभावित कास्तकार स्वयं ही मजदूर लगाकर अपने मकान और अन्य निर्माण हटाने में जुटे हैं. रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर अजय कुमार ने इस विषय पर जानकारी देते हुए बताया कि जिन गांवों में मुआवजा वितरण पूरा हो चुका है, वहां के लोग स्वेच्छा से अतिक्रमण हटा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सभी प्रभावितों को पर्याप्त समय और जानकारी दी गई थी जिसमें वे अपनी संपत्तियां खुद हटा सकें. 

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इंजीनियर अजय कुमार ने कहा कि जो लोग निर्धारित समय में अतिक्रमण नहीं हटाएंगे, उनके खिलाफ रेलवे प्रशासन स्थानीय पुलिस और प्रशासन की मदद से कार्रवाई करेगा. उन्होंने बताया कि अधिग्रहीत भूमि पर स्थित सभी मकानों, पेड़ों और अन्य संपत्तियों का मूल्यांकन कर मुआवजा देने की प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली गई है.

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कुछ ग्रामीणों की शिकायतों की जांच

कुछ ग्रामीणों ने अभी भी मुआवजा न मिलने की शिकायतें दर्ज कराई हैं. रेलवे प्रशासन ने इन शिकायतों की जांच शुरू कर दी है जिससे किसी को भी नुकसान न हो.

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शोभित पांडेय एक समर्पित और अनुभवशील पत्रकार हैं, जो बीते वर्षों से डिजिटल मीडिया और ग्राउंड रिपोर्टिंग के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। खबरों की समझ, तथ्यों की सटीक जांच और प्रभावशाली प्रेज़ेंटेशन उनकी विशेष पहचान है। उन्होंने न्यूज़ राइटिंग, वीडियो स्क्रिप्टिंग और एडिटिंग में खुद को दक्ष साबित किया है। ग्रामीण मुद्दों से लेकर राज्य स्तरीय घटनाओं तक, हर खबर को ज़मीनी नजरिए से देखने और उसे निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करने में उनकी विशेष रुचि और क्षमता है।