यूपी में यह गाँव बने टापू, बाढ़ से लोग परेशान

यूपी में यह गाँव बने टापू, बाढ़ से लोग परेशान
यूपी में यह गाँव बने टापू, बाढ़ से लोग परेशान

उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में स्थित गंगा नदी का जलस्तर काफी बढ़ता जा रहा है. बीते रविवार को नदी दो सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ऊपर बढ़ती रही. उजियार से मांझी तक करीब 37 गांव पूरी तरह से टापू में तब्दील हो चुके हैं. इन गांवों में रहने वाली करीब 5 हजार से अधिक आबादी अब बाढ़ के पानी में फंसी हुई है.

रविवार शाम 4 बजे केंद्रीय जल आयोग द्वारा गायघाट गेज पर गंगा का जलस्तर 59.420 मीटर दर्ज किया गया. यह चेतावनी बिंदु 57.615 मीटर से करीब 2 सेंटीमीटर ऊपर है, जो खतरे की घंटी है. लोग अब सुरक्षित जगहों की तलाश में हैं.

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60 हजार लोग है संकट में 

बाढ़ का असर लगातार बढ़ रहा है. भरसौता से लेकर टेंगरही तक और बिड़ला बांध से लेकर नदी के दक्षिण में चक्की नौरंगा तक करीब 60 गांव और 60 हजार लोग बाढ़ में आ चुके हैं. पानी घरों में घुस चुका है, जिससे कई परिवार छतों पर शरण लिए हुए हैं.

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बाढ़ विभाग के एक्सईएन संजय कुमार मिश्रा ने बताया कि गंगा का जलस्तर 60.390 मीटर के आसपास पहुंच सकता है, जिससे हालात और खराब होने की आशंका है.

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बाढ़ के कारण स्कूलों में पानी भरा, दर्जनों स्कूल जलमग्न

बाढ़ के पानी के कारण अब शिक्षा पर भी असर हो रहा है. दक्षिण दिशा में एनएच-31 के नीचे वाले इलाके में दर्जनों स्कूलों में पानी भर गया है. इनमें शामिल हैं:-

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  • प्रा.वि. सुघरछपरा
  • प्रा.वि. गोपालपुर
  • प्रा.वि. उदई छपरा
  • पीएन इंटर कॉलेज दूबे छपरा
  • अमरनाथ मिश्र पीजी कॉलेज
  • यशोदा देवी बालिका इंटर कॉलेज
  • महावीर सिंह इंटर कॉलेज बादिलपुर

इसके अलावा निर्माणाधीन इंटर कॉलेज नौरंगा व अन्य स्कूलों में भी पानी भर चुका है. शिक्षा पूरी तरह से ठप हो चुकी है.

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बैरिया प्रशासन ने किया दौरा

एसडीएम आलोक प्रताप सिंह, एडीएम, और तहसीलदार मनोज कुमार राय ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया. अधिकारियों ने दूबे छपरा बाढ़ चौकी पर रुक कर स्थिति का जायजा लिया और राहत कार्यों की निगरानी की.

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नौरंगा में कटान का डर

नौरंगा के पूर्व और उत्तर दिशा में कटान लगातार जारी है. नदी ने अब तक एक दर्जन से अधिक पक्के मकानों को निगल लिया है. हुकुम छपरा डेंजर जोन पर जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग-31 को भी खतरा है.

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प्रशासन ने प्लास्टिक की बोरियों में मिट्टी और बालू भरकर तटबंध पर रखवाना शुरू कर दिया है. जिन स्थानों पर बंधा नीचा है, वहां अतिरिक्त मिट्टी डाली जा रही है.

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सरयू नदी भी बनी मुसीबत, 24 घंटे में 15 सेमी की हुई वृद्धि

सरयू नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ोतरी की ओर है. बीते 48 घंटों से पानी की रफ्तार तेज है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, रविवार शाम को सरयू का जलस्तर 63.14 मीटर रिकॉर्ड किया गया. यह लाल निशान 64.01 मीटर से भले ही नीचे है, परंतु पिछले 24 घंटे में 15 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. आयोग ने चेतावनी दी है कि अगले 24 घंटे में यह और आधा-आधा सेंटीमीटर प्रति घंटे की दर से बढ़ सकता है.

सती घाट पर हालात गंभीर

लालगंज के शिवपुर घाट, सती घाट, बहुआरा घाट, और बिंद बस्ती में गंगा का जलस्तर खतरनाक तरीके से बढ़ रहा है. रविवार को यहां पानी ओवरफ्लो होकर रिहायशी इलाकों में पहुंच गया. अनुमान है कि 30 हजार से अधिक लोग इसकी चपेट में आ सकते हैं. निर्माणाधीन पुल के पास कटान बहुत तेज़ हो गया है.

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शोभित पांडेय एक समर्पित और अनुभवशील पत्रकार हैं, जो बीते वर्षों से डिजिटल मीडिया और ग्राउंड रिपोर्टिंग के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। खबरों की समझ, तथ्यों की सटीक जांच और प्रभावशाली प्रेज़ेंटेशन उनकी विशेष पहचान है। उन्होंने न्यूज़ राइटिंग, वीडियो स्क्रिप्टिंग और एडिटिंग में खुद को दक्ष साबित किया है। ग्रामीण मुद्दों से लेकर राज्य स्तरीय घटनाओं तक, हर खबर को ज़मीनी नजरिए से देखने और उसे निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करने में उनकी विशेष रुचि और क्षमता है।