बस्ती में राज्यपाल के नाम पर जनता को किया परेशान! कहीं फंसी स्कूल बस, तो कहीं एंबुलेंस
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यूपी में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के दौरे के दौरान फुटहिया चौराहे पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी जिसमें बेरिकेटिंग तथा मार्ग बंद करने की वजह से क्षेत्र में लंबे समय तक जाम लग रहा अब इसी जाम में स्कूली बच्चे, सरकारी कर्मचारी, महिलाएं, बुजुर्ग, राहगीर ऐसे तमाम लोग इस जाम में फंसे थे और इसी को लेकर तमाम टिप्पणियां सोशल मीडिया पर की जा रही है.
राज्यपाल के आगमन पर लगी लंबी कतार

अब इस लंबी गाड़ियों की कतार में जाम की वजह से एक एंबुलेंस भयानक रूप से फस गया जिसमें गंभीर रूप से एक मरीज जिंदगी और मौत से लड़ रहा था मरीज को इलाज के लिए उस समय जिला मेडिकल कॉलेज ले जाया जा रहा था. अब इस दौरान मरीज की हालत बिगड़ने पर परिजनों ने पुलिस बल से कई बार रास्ता साफ करने की पूर्ण रूप से प्रार्थना और विवश हो गए.लेकिन पुलिस बल ने मानवता को ना देखते हुए सुरक्षा करणो का हवाला देते हुए किसी भी कीमत पर मदद नहीं की गई.
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सोशल मीडिया पर महा टिप्पणी
एक वायरल वीडियो के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई है कि एंबुलेंस करीब करीब 40 मिनट तक इसी जाम में फंसा ही रहा और मरीज जिंदगी और मौत से लड़ रहा था इस दौरान मरीज दर्द से कहर रहा तथा उसके स्थिति कई बार पल पल भर नाजुक होती रही. इसी बीच स्थानीय लोगों ने टिप्पणी किया है कि प्रशासन को वीआईपी आवाजाही के दौरान आम जनता की परेशानियों का भी ज्ञान आवश्यक रूप से रखना चाहिए लेकिन समय पर एंबुलेंस को रास्ता अगर मिल गया होता तो मरीज को तुरंत इलाज तक पहुंचा जा सकता था.
लेकिन इस घटना से लोगों में बड़ी नाराजगी है और आगे लोगों ने बताया है कि प्रशासन की एक तरफा तैयारी तथा आम लोगों की अनदेखी पर सोशल मीडिया पर सवाल जमकर उठाया जा रहा है वायरल वीडियो इस बात की गवाही देता है कि उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को सुरक्षा देना था या फिर इस एंबुलेंस में मरीज को जो जिंदगी और मौत से लड़ रहा था. मीडिया चौनल के मुताबिक एंबुलेंस जैसे आपातकालीन सेवा वाहनों को वीआईपी सुविधाओं के लिए रोका जाना मानव जीवन के अधिकार के विपरीत है. प्रशासनिक स्तर पर सुधार तथा स्पष्ट दिशा निर्देश की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाया जा सके.
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शम्भूनाथ गुप्ता पिछले 5 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता में हैं। 'मीडिया दस्तक' और 'बस्ती चेतना' जैसे प्लेटफॉर्म पर न्यूज़ और वीडियो एडिटिंग टीम में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। न्यूज़ प्रोडक्शन और डिजिटल कंटेंट निर्माण में गहरा अनुभव रखते हैं। वर्तमान में वे 'भारतीय बस्ती' की उत्तर प्रदेश टीम में कार्यरत हैं, जहां वे राज्य से जुड़ी खबरों की गंभीर और सटीक कवरेज में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।