यूपी में सड़क पर नहीं होगी नमाज, अधिकारियों को निर्देश

उत्तर प्रदेश: ईद-उल-अजहा के पर्व को लेकर उत्तर प्रदेश में स्थित मेरठ, बुलंदशहर, बागपत और हापुड़ में सुरक्षा के विशेष इंतज़ाम किए गए हैं। इस बार कुल 487 ईदगाह और 981 मस्जिदों में नमाज अदा की जाएगी. प्रशासन ने स्पष्ट आदेश दिए हैं कि सड़क पर नमाज अदा करने की अनुमति नहीं होगी, और उल्लंघन की स्थिति में सख्त कार्रवाई की जाएगी.
डीआईजी कलानिधि नैथानी ने जानकारी दी है कि:-
- मेरठ में 164 ईदगाह और 515 मस्जिदें चिन्हित की गई हैं
- बुलंदशहर में 171 ईदगाह और 213 मस्जिदें
- बागपत में 68 ईदगाह और 205 मस्जिदें
- जबकि हापुड़ में 84 ईदगाह और 48 मस्जिदों में नमाज अदा की जाएगी.
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- मेरठ में 21
- बुलंदशहर में 43
- बागपत में 5
- और हापुड़ में 15 स्थल संवेदनशील माने गए हैं.
सुरक्षा के मद्देनजर रेंज को 27 जोन और 100 सेक्टरों में बांटा गया है. इसके साथ ही 49 क्विक रिस्पॉन्स टीमें (QRT) भी तैनात की गई हैं, जो किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई करेंगी. त्योहार पर शांति बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है:-
- 8 एएसपी
- 25 सीओ
- 95 इंस्पेक्टर
- 820 उपनिरीक्षक (SI)
- 1250 हेड कांस्टेबल
- 1635 कांस्टेबल
- 1005 होमगार्ड्स और पीआरडी जवान
- 2 कंपनी PAC
डीआईजी ने सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया है कि ईदगाहों और अन्य संवेदनशील स्थलों का पूर्व निरीक्षण किया जाए. ड्रोन कैमरों के माध्यम से मिश्रित आबादी और संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी की जाएगी. इसके अलावा, सीसीटीवी कैमरों से प्रमुख गतिविधियों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों पर भी नजर रखी जाएगी.
त्योहार के अवसर पर सांप्रदायिक सौहार्द को बनाए रखने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर विशेष सतर्कता बरती जाएगी. किसी भी भ्रामक या झूठी सूचना के फैलाव को रोकने के लिए सोशल मीडिया सेल को सतर्क कर दिया गया है. अफवाह फैलाने वालों पर तुरंत प्रभावी खंडन और निरोधात्मक कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस को आदेश दिए गए हैं कि वे असामाजिक तत्वों की सूची तैयार करें और जरूरत पड़ने पर उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करें. बीते साल में हुए विवादों की समीक्षा कर संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा.

ईद-उल-अजहा की पूर्व संध्या पर सभी मस्जिदों पर सतर्क निगरानी रखी जाएगी ताकि कोई भी व्यक्ति धार्मिक भावनाएं भड़काने व अफवाहें फैलाने का प्रयास न कर सके. सभी धार्मिक स्थलों की सुबह नियमित चेकिंग की व्यवस्था की जाएगी और वहां समुचित पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी.
डीआईजी ने यह भी आदेश दिए कि खुले स्थानों पर कुर्बानी पर रोक रहेगी और संरक्षित पशुओं की कुर्बानी पर सख्त निगरानी रखी जाएगी. सभी थानों के प्रभारी और चौकी इंचार्जों को पूरी जिम्मेदारी से आदेशों का पालन कराने को कहा गया है. प्रशासन की ओर से साफ संदेश है कि ईद-उल-अजहा के मौके पर किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी.