यूपी में गोरखपुर-लखनऊ रूट पर वंदे भारत समेत 50 से ज्यादे ट्रेन कैन्सल

इस निर्णय का सीधा असर लखनऊ, गोरखपुर, बस्ती, बहराइच, और अन्य प्रमुख मार्गों पर यात्रा करने वाले हजारों यात्रियों पर पड़ा है. इनमें अत्याधुनिक वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी तेजगामी और सुविधाजनक ट्रेनें भी शामिल हैं.
रेलवे प्रशासन द्वारा जारी बयान के अनुसार:
- 3 मई 2025 तक यदि ट्रैक पर कार्य पूर्ण कर लिया जाता है और आवश्यक सेफ्टी क्लीयरेंस मिल जाती है, तभी इन रद्द की गई ट्रेनों का परिचालन दोबारा शुरू किया जा सकेगा.
- ट्रैक पर निर्माण कार्य के दौरान रेलवे की सुरक्षा प्राथमिकता बनी रहेगी, इसीलिए संचालन पूरी तरह से बंद किया गया है.
यह परियोजना पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा क्षेत्रीय रेल संपर्क को अधिक प्रभावशाली और निर्बाध बनाने के लिए शुरू की गई है. गोरखपुर और डोमिनगढ़ के बीच ट्रेनों की बढ़ती संख्या को देखते हुए तीसरी लाइन आवश्यक मानी जा रही थी.
इस प्रोजेक्ट पर 186.85 करोड़ रुपये का पूंजीगत निवेश प्रस्तावित है. रेलवे द्वारा यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे यात्रा से पूर्व अपने ट्रेन नंबर की स्थिति की पुष्टि रेलवे की वेबसाइट या 139 हेल्पलाइन पर अवश्य करें. इसके साथ ही, वैकल्पिक रूट्स और परिवहन साधनों पर भी विचार किया जा सकता है.
यह कार्य न केवल भविष्य की रेल सेवाओं को अधिक गतिशील और समयबद्ध बनाएगा, बल्कि गोरखपुर-लखनऊ जैसे महत्वपूर्ण कॉरिडोर को देश की प्रमुख रेल लाइनों में और सशक्त करेगा.
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शोभित पांडेय एक समर्पित और अनुभवशील पत्रकार हैं, जो बीते वर्षों से डिजिटल मीडिया और ग्राउंड रिपोर्टिंग के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। खबरों की समझ, तथ्यों की सटीक जांच और प्रभावशाली प्रेज़ेंटेशन उनकी विशेष पहचान है। उन्होंने न्यूज़ राइटिंग, वीडियो स्क्रिप्टिंग और एडिटिंग में खुद को दक्ष साबित किया है। ग्रामीण मुद्दों से लेकर राज्य स्तरीय घटनाओं तक, हर खबर को ज़मीनी नजरिए से देखने और उसे निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करने में उनकी विशेष रुचि और क्षमता है।