वाराणसी में बनेगी देश की पहली ऐसी टनल, नीचे चलेंगी कारें, ऊपर दौड़ेंगे विमान!
टनल की खुदाई और बेस तैयार करने का काम
सबसे पहला काम जमीन की गहराई में जाकर मजबूत बेस तैयार करने का है, और इसी को ध्यान में रखते हुए टनल की खुदाई शुरू कर दी गई है. यह टनल एक अनोखी व्यवस्था लेकर आ रही है, ऊपर से विमान दौड़ेंगे और नीचे से वाहन गुजरेंगे. बाबतपुर एयरपोर्ट के पास, बाबतपुर चौराहे से बसनी की ओर यह टनल बन रही है, जहां पूरे ढांचे को बेहद मजबूती के साथ तैयार किया जा रहा है.
रनवे टनल के ऊपर, दो रास्तों का संगम
एयरपोर्ट विस्तार योजना के अंतर्गत बाबतपुर एयरपोर्ट का रनवे अब इसी टनल के ऊपर बनाया जाएगा. इससे हाईवे का यातायात बिना रुकावट चलता रहेगा और दूसरी तरफ एयरपोर्ट को रनवे विस्तार के लिए जरूरी जगह भी मिल जाएगी.
यह भी पढ़ें: UP में शिक्षकों का बड़ा विरोध: एनएमओपीएस पदाधिकारियों पर FIR की प्रति जलाकर सरकार को दी चेतावनीसुरक्षा, निगरानी और बारिश से सुरक्षा के उपाय
टनल के दोनों छोर पर अत्याधुनिक सेंट्री पोस्ट बनाए जा रहे हैं, जहां अर्द्धसैनिक बल के जवान चौबीसों घंटे तैनात रहेंगे. टनल में हाई-क्वालिटी सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं, जो हर गतिविधि पर नजर रखेंगे. बारिश के पानी को बाहर निकालने के लिए टनल के अंदर ड्रेनेज सिस्टम तैयार किया जा रहा है, और यह पानी सम्पवेल में इकट्ठा करके आगे निकाला जाएगा.
एयरपोर्ट का विस्तार और लंबा रनवे
एयरपोर्ट विस्तार के बड़े हिस्से के तौर पर नया टर्मिनल भवन, मल्टीस्टोरी कार पार्किंग और रनवे विस्तार का काम भी शुरू हो गया है. अभी रनवे की लंबाई 2745 मीटर है, जिसे बढ़ाकर करीब 4075 मीटर किया जाएगा. रनवे लंबा होने से विमान अब शून्य दृश्यता जैसी स्थिति में भी उतर सकेंगे, यानी घना कोहरा अब बड़ी बाधा नहीं बनेगा.
हाईवे का बदला रास्ता और नई सड़क का निर्माण
नए रनवे की ज़मीन हाईवे-31 के मौजूदा मार्ग से टकरा रही थी. इसी कारण बाबतपुर चौराहा अब समाप्त हो जाएगा और उसकी जगह रनवे का निर्माण किया जाएगा. इसके विकल्प में लगभग 2.89 किलोमीटर लंबी नई फोरलेन अप्रोच रोड को निर्मित किया जा रहा है, जो 3 गांवों को जोड़ते हुए आगे निकलेगी. इसी मार्ग पर 450 मीटर लंबी और 26 मीटर चौड़ी 6-लेन टनल बनाई जा रही है, जो पूरे क्षेत्र में यातायात का नया आधार बनेगी.
परियोजना की लागत और निर्माण से जुड़े काम
इस पूरी परियोजना की अनुमानित लागत 652.64 करोड़ रुपये रखी गई है. सिर्फ टनल और उससे जुड़े कार्यों पर लगभग 362 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. अप्रोच रोड पर बारिश से बचाव के लिए शेड लगाए जा रहे हैं और साथ ही नालियां तथा यूटिलिटी डक्ट भी तैयार किए जा रहे हैं जिससे आने वाले वर्षों में यह ढांचा मजबूत और टिकाऊ बना रहे.
इस विशाल निर्माण परियोजना से वाराणसी और आसपास के इलाकों को बेहतर, सुरक्षित और आधुनिक यात्रा विकल्प मिलेगा. यह योजना सड़कों के दबाव को कम करेगी, हवाई सफर को तकनीकी रूप से उन्नत बनाएगी और शहर को एक ऐसे नए दौर में ले जाएगी जहां विकास जमीन और आसमान दोनों पर एक साथ नज़र आएगा. यह प्रोजेक्ट आने वाले समय में पूर्वांचल की आर्थिक और यातायात व्यवस्था को नई गति देने वाला साबित होगा.
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शोभित पांडेय एक समर्पित और अनुभवशील पत्रकार हैं, जो बीते वर्षों से डिजिटल मीडिया और ग्राउंड रिपोर्टिंग के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। खबरों की समझ, तथ्यों की सटीक जांच और प्रभावशाली प्रेज़ेंटेशन उनकी विशेष पहचान है। उन्होंने न्यूज़ राइटिंग, वीडियो स्क्रिप्टिंग और एडिटिंग में खुद को दक्ष साबित किया है। ग्रामीण मुद्दों से लेकर राज्य स्तरीय घटनाओं तक, हर खबर को ज़मीनी नजरिए से देखने और उसे निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करने में उनकी विशेष रुचि और क्षमता है।