यूपी के इस जिले में आवासीय योजना प्रारंभ, लाखों को मिलेगा रोजगार

यूपी के इस जिले में आवासीय योजना प्रारंभ, लाखों को मिलेगा रोजगार
यूपी के इस जिले में आवासीय योजना प्रारंभ, लाखों को मिलेगा रोजगार

उत्तर प्रदेश: यूपी की राजधानी लखनऊ में लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) अब आगरा एक्सप्रेस-वे के किनारे 2 विशालकाय आवासीय योजनाएं:- ‘उद्योग नगर’ और ‘नैमिष नगर’ को आकार देने जा रहा है. इन योजनाओं के माध्यम से न सिर्फ 3 लाख से अधिक लोगों को आधुनिक आवासीय सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि लखनऊ के औद्योगिक, स्वास्थ्य, शिक्षा और लॉजिस्टिक्स क्षेत्रों में भी अभूतपूर्व विकास की नींव रखी जाएगी.

बीते शुक्रवार को आवास एवं विकास परिषद के सभागार में हुई एक अहम बैठक में इन योजनाओं का प्रस्तुतीकरण किया गया. इस बैठक की अध्यक्षता सचिव, आवास एवं शहरी नियोजन विभाग, डॉ. बलकार सिंह ने की. बैठक में लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे. एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने जानकारी दी कि ‘उद्योग नगर’ परियोजना आगरा एक्सप्रेस-वे के निकट लगभग 5610 एकड़ भूमि पर निर्मित किया जाएगा. इस योजना के लिए सदर और सरोजनीनगर तहसील के दर्जनभर गांवों की भूमि को चिन्हित किया गया है, जिनमें भलिया, आदमपुर इन्दवारा, बहरू, जलियामऊ, मदारपुर, इब्राहिमगंज, नकटौरा, गहलवारा, तेजकृष्ण खेड़ा, रेवरी, सकरा और दोना शामिल हैं. यह क्षेत्र न सिर्फ आवासीय उपयोग के लिए तैयार किया जाएगा, बल्कि इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे.

दूसरी बड़ी योजना ‘नैमिष नगर’ के तहत 2504 एकड़ भूमि पर बीकेटी (बक्शी का तालाब) क्षेत्र के गांवों में एक नया आवासीय शहर बसाया जाएगा. यह क्षेत्र सीतापुर रोड और रैथा रोड से जुड़ा होगा, जिससे यातायात और कनेक्टिविटी की दृष्टि से यह एक बेहतर स्थान साबित होगा. इस योजना के लिए चुने गए प्रमुख गांवों में भौली, लक्ष्मीपुर, पूरब गांव, पुरवा, सैरपुर, फर्रुखाबाद, कोड़री भौली, कमलाबाद, कमलापुर, पलहरी, गोपरामऊ, बारूमऊ, धतिंगरा और सैदापुर शामिल हैं. बैठक में डॉ. बलकार सिंह ने दोनों योजनाओं की गहन समीक्षा करते हुए अधिकारियों को एक हफ्ते के भीतर योजनाओं का दोबारा से परीक्षण कर विस्तृत कार्ययोजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि इससे "मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण योजना" के अंतर्गत सीड कैपिटल फंडिंग प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त होगा. 

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साथ ही, बैठक में आईटी सिटी और वेलनेस सिटी जैसी अन्य योजनाओं की भी प्रगति की समीक्षा की गई. एलडीए अधिकारियों के अनुसार, इन परियोजनाओं के लिए लैंड पूलिंग मॉडल के माध्यम से 500 बीघा से ज्यादा भूमि की सहमति प्राप्त हो चुकी है. साइट ऑफिस और अन्य विकास कार्य भी तीव्र गति से संचालित किए जा रहे हैं. डॉ. बलकार सिंह ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाए, जिससे योजनाएं शीघ्र धरातल पर उतर सकें और लखनऊ को एक स्मार्ट एवं सस्टेनेबल शहर के रूप में विकसित किया जा सके. इन योजनाओं से शहर का जनसंख्या दबाव कम होगा, साथ ही निवेश और रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे. इस उच्चस्तरीय बैठक में प्रमुख नगर एवं ग्राम नियोजक अनिल कुमार मिश्रा, आवास बंधु निदेशक रवि जैन, अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा, मुख्य नगर नियोजक केके गौतम, वित्त नियंत्रक दीपक सिंह और संयुक्त सचिव सुशील प्रताप सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे. लखनऊ को स्मार्ट सिटी बनाने की दिशा में ये दोनों आवासीय परियोजनाएं राजधानी के विकास की नींव को और भी सख्त करेंगी.

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शोभित पांडेय एक समर्पित और अनुभवशील पत्रकार हैं, जो बीते वर्षों से डिजिटल मीडिया और ग्राउंड रिपोर्टिंग के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। खबरों की समझ, तथ्यों की सटीक जांच और प्रभावशाली प्रेज़ेंटेशन उनकी विशेष पहचान है। उन्होंने न्यूज़ राइटिंग, वीडियो स्क्रिप्टिंग और एडिटिंग में खुद को दक्ष साबित किया है। ग्रामीण मुद्दों से लेकर राज्य स्तरीय घटनाओं तक, हर खबर को ज़मीनी नजरिए से देखने और उसे निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करने में उनकी विशेष रुचि और क्षमता है।