लाखों लोगो को मिलेगा फायदा, यूपी की इन 48 सड़क का होगा निर्माण
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भारत के कई शहरों में सड़कों की स्थिति समय.समय पर चुनौतीपूर्ण होती है, जिससे नागरिकों को रोज़ाना यात्रा में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए सरकार ने एक महत्वाकांक्षी परियोजना की शुरुआत की है जिसके तहत 48 सड़कों को उन्नत किया जाएगा, जिससे करीब दो लाख नागरिकों को राहत मिलेगी। यह परियोजना न केवल यातायात की गति को बढ़ाएगी बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी महत्वपूर्ण साबित होगी।
आवश्यकता और जनहित में बदलाव
इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य सड़कों के उचित रखरखाव के साथ.साथ उन्हें मजबूत और सुरक्षित बनाना है। इन सड़कों को चौड़ा किया जाएगा, गड्ढों को भरा जाएगा और जहां.जहां ज़रूरत होगी, वहां नए डिवाइडर और साइनबोर्ड लगाए जाएंगे। इससे यातायात में न केवल सुधार होगा बल्कि दुर्घटनाओं की संख्या में भी कमी आएगी। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को बेहतर आवागमन की सुविधा मुहैया कराने के लिए जिले की 48 सड़कों का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए 6.86 करोड़ रुपये का बजट मंजूर हुआ है। ग्रामीण अभियंत्रण विभाग ने सड़कों के निर्माण की तैयारी शुरू कर दी है। विधायक निधि से ग्रामीण क्षेत्रों की 48 सड़कों का निर्माण कराया जाना है। इसके लिए प्रस्ताव व बजट प्राप्त हो चुका है। टेंडर प्रक्रिया चल रही है, जल्द ही निर्माण शुरू कराया जाएगा। बढ़ती आबादी और वाहनों की संख्या के साथ.साथ यातायात की जटिलताएँ भी बढ़ी हैं। कई सड़कें समय के साथ क्षतिग्रस्त हो गई हैं और इनकी स्थिति यात्रियों के लिए असुरक्षित बन गई है। ऐसे में इस प्रकार के सुधार नागरिकों के लिए अत्यंत लाभकारी साबित होंगे। यह परियोजना ना केवल ट्रैफिक जाम की समस्याओं का समाधान करेगी, बल्कि इन सड़कों पर यात्रा करने वालों की सुविधा और सुरक्षा को भी सुनिश्चित करेगी।
संवरेंगी 48 सड़कें, दो लाख आबादी को मिलेगी राहत
इस योजना से खासतौर पर शहर के बाहरी और भीड़.भाड़ वाले इलाके प्रभावित होंगे, जिनका उपयोग अक्सर नागरिकों के लिए बेहद कठिन हो जाता है। इन सड़कों के उन्नयन से न केवल समय की बचत होगी, बल्कि प्रदूषण में भी कमी आएगी क्योंकि वाहनों की रुकावटें कम होंगी और गति में सुधार होगा। इस परियोजना से शहर की दो लाख की आबादी को सीधा लाभ मिलेगा, जो रोज़ाना इन सड़कों का इस्तेमाल करती है। चयनित सड़कें ग्रामीणों क्षेत्रों की हैं, जो काफी समय से जर्जर अवस्था में हैं। बरसात के दिनों में इन सड़कों से निकलना किसी चुनौती से कम नहीं रहता है। ग्रामीण अभियंत्रण विभाग ने कार्य शुरू कराने के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू की है। तीन माह में निर्माण कार्य पूरा कराए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यह सभी सड़कें विधायक व एमएलसी निधि से बनाई जानी हैं। इसके लिए जनप्रतिनिधियों ने प्रस्ताव दिए थे, जिस पर कार्ययोजना बनाकर प्रक्रिया शुरू कराई गई है। कटेहरी ब्लॉक के मीरमऊ, मुरीदपुर, रामनगर के न्योरी, मकरही, दरवन, पिलखावा, पांती, खिददीरपुर, दहेमा, कुड़िया चितौना, भिवरा, खेमापुर, बसन्तपुर, टांडा के भुवालपुर, मीठेपुर, करमपुर पंडित, भीटी, केवारी परमानंदपुर, दिलावलपुर, केवारी महमूदपुर, मीरानपुर, धर्ममुबारकपुर, औरंगनगर, इस्माइलपुर, अमरतल, संग्रामपुर, लालापुर, गंगिला पिचरोड, घाघुपुर, इसरपुर, जलालपुर के उस्मापुर, कजरी बरियावन, कौड़हा पियारेपुर, भीटी के परवारीभारी, सेनपुर, राजेपुर, फत्तेपुर मानिकपुर, अमदहीं, गोपरी चांदपुर, गौरा महमूदपुर, रेवई, निमटिनी, कालेपुर महुअल ग्राम पंचायतों की प्रमुख संपर्क मार्ग बनेंगे।