यूपी के इन जिलों से गुजरेगी Sleeper Vande Bharat, देखें पूरी लिस्ट

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यूपी के इन जिलों से गुजरेगी Sleeper Vande Bharat, देखें पूरी लिस्ट
Sleeper Vande Bharat

Sleeper Vande Bharat: भारत की सबसे लोकप्रिय ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस है, यह ट्रेन लोगों के बीच में चर्चा का विषय बनी रहती है. अब आप वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन से बर्थ पर लेट करके सफर आसानी से तय कर सकते हैं. लखनऊ आरडीएसओ द्वारा कुछ ही दिनों में 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के साथ दिल्ली, आगरा या कोटा की रेलवे लाइन पर स्लीपर वंदे भारत ट्रेन का ट्रायल किया जाएगा.

खबरों के मुताबिक, इस नई वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का टिकट प्राइस राजधानी एक्सप्रेस की अनुरूप पर निश्चित किया जाएगा. यात्रियों को सफर के दौरान, सोने की जगह प्राप्त होने से सफर करने में और भी आसानी होगी, इस नई वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के जरिए यात्रा करने वाले यात्रियों को बहुत सी सुविधा प्राप्त होंगी.

प्रोटाटाइप वर्जन का हुआ अनावरण
फिलहाल, टाटानगर के रास्ते रांची हावड़ा वंदे भारत ट्रेन चलाई जा रही है, इसके अलावा टाटानगर से बिहार पटना और ओडिशा के बरहमपुर के लिए वंदे भारत ट्रेन को चलाना नियमित प्रारंभ है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने BEML की सुविधा में वंदे भारत स्लीपर ट्रेनसेट के प्रोटोटाइप संस्करण का अनावरण किया.

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वैष्णव ने कहा "वंदे भारत चेयर कार के बाद, हमने वंदे भारत स्लीपर कारों पर काम किया. इसका निर्माण अब पूरा हो गया है. यह ट्रेन आज BEML सुविधा से परीक्षण और परीक्षण के लिए निकलेगी." . एक बार जब वंदे भारत स्लीपर कारों के प्रोटोटाइप का ठीक से परीक्षण हो जाता है, तो उत्पादन की श्रृंखला शुरू हो जाएगी. उन्होंने कहा, "हम डेढ़ साल बाद उत्पादन की श्रृंखला शुरू करेंगे. फिर ऐसा होगा कि व्यावहारिक रूप से हर महीने दो से तीन ट्रेनें चलनी शुरू हो जाएंगी."

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वागार्थ सांकृत्यायन
संपादक, भारतीय बस्ती

वागार्थ सांकृत्यायन एक प्रतिबद्ध और जमीनी सरोकारों से जुड़े पत्रकार हैं, जो पिछले कई वर्षों से पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। भारतीय बस्ती के संपादक के रूप में वे खबरों को सिर्फ़ घटनाओं की सूचना तक सीमित नहीं रखते, बल्कि उनके सामाजिक और मानवीय पक्ष को भी उजागर करते हैं।

उन्होंने भारतीय बस्ती को एक मिशन के रूप में विकसित किया है—जिसका उद्देश्य है गांव, कस्बे और छोटे शहरों की अनसुनी आवाज़ों को मुख्यधारा की मीडिया तक पहुंचाना। उत्तर प्रदेश की राजनीति, समाज और संस्कृति पर उनकी विशेष पकड़ है, जो खबरों को गहराई और विश्वसनीयता प्रदान करती है