वाराणसी में बेसिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय पर ताला लगने का एक अनोखा मामला सामने आया है। आज सुबह कार्यालय खुलने के समय से ही ऑफिस का दरवाजा बंद था जिससे कई जरूरी कामों के लिए आने वाले लोग परेशान हो गए। ताला लगाने की घटना के बाद कार्यालय खुलने में तीन घंटे का समय लगा, जिससे कार्यालय के कर्मचारियों और आम लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ा।
वाराणसी में ऑफिस पर ताला, 3 घंटे बाद खुला
आज सुबह लगभग 10 बजे जब वाराणसी में बेसिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय खुलने का समय था, तो कर्मचारियों और अभिभावकों को यह देखकर हैरानी हुई कि ऑफिस का दरवाजा बंद था। कार्यालय में काम करने के लिए आए लोग बाहर खड़े हो गए, लेकिन ताला खुलने का कोई संकेत नहीं था। लोग कार्यालय के अंदर अधिकारियों के आने का इंतजार करते रहे, लेकिन कोई हलचल नहीं दिखी। वाराणसी नगर निगम ने ऑफिस पर ताला लगा दिया। अधिकारियों और कर्मचारियों ने बाहर बैठकर काम किया। दरअसल ठै। ऑफिस पर 6 लाख 73 हजार रुपए हाउस टैक्स बकाया है। सुबह 10 बजे ऑफिस खुलते ही निगम के अधिकारी पहुंचे। नगर निगम ने बीएसए ऑफिस में ताला लगाने के आधे घंटे के अंदर दूसरी कार्रवाई सांस्कृतिक संकुल पर की। संकुल पर 05 लाख 06 हजार रुपए बकाया है। सांस्कृतिक संकुल के संचालकों से भी कई बार टैक्स जमा करने के लिए कहा गया। उन्हें भी 3 बार नोटिस भेजे गए। रिमाइंडर भेजे गए। लेकिन टैक्स जमा नहीं हुआ। सांस्कृतिक संकुल की तरफ से पूरा पेमेंट होने के दो घंटे बाद ताला खोल दिया गया है। कर्मचरियों ने जताया विरोध, बाहर बैठकर कर रहे काम बीएसए ऑफिस में तालाबंद करने पर ऑफिस के कर्मचारियों ने विरोध किया। नगर निगम के अधिकारियों ने किसी की नहीं सुनी। फिर कर्मचारी अंदर से मेज और कुर्सियां बाहर निकाल लाए। गेट के बाहर बैठकर काम किया।
3 साल से नहीं जमा किया हाउस टैक्स
सुबह 11 बजे तक ऑफिस में कोई अधिकारी मौजूद नहीं था और ताला भी नहीं खोला गया। इस दौरान कई अभिभावक और शिक्षक जो जरूरी काम के लिए वहां आए थे, परेशान हो गए। सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर चर्चा होने लगी, जिससे अधिकारियों को इस विषय पर तुरंत ध्यान देना पड़ा। बीएसए अरविंद पाठक ने कहा, पत्र भेजकर टैक्स जमा करने को कहा है। इसके बाद नगर निगम के अधिकारियों ने ताला खोल दिया। मुख्य कर निर्धारण अधिकारी आए थे। वही ताला लगाकर सील कर गए थे। अब ताला खुल गया है। नगर आयुक्त अक्षत वर्मा के अनुसार, ठै। ऑफिस पर 6 लाख 73 हजार का टैक्स बाकी है। कई बार हाउस टैक्स वसूली के लिए निगम के कर्मचारी गए। 4 बार नोटिस भेजा गया। इसके बाद भी टैक्स जमा नहीं हुआ। सुबह 10 बजे बीएसए कार्यालय पर ताला लगा दिया गया। नगर निगम हाउस टैक्स के बड़े बकायेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। गुरुवार सुबह 10 बजे संयुक्त नगर आयुक्त जितेंद्र कुमार आनंद एवं कर निर्धारण अधिकारी अनुपम त्रिपाठी टीम के साथ ठै। ऑफिस पहुंचे। यहां दोनों अफसरों ने ठै। कार्यालय के मुख्य गेट पर ताला लगाकर उसे सील कर दिया। कर्मचारियों और अधिकारियों को बाहर निकालकर गेट पर ताला लगा दिया। बीएसए कार्यालय में ताला बंद होने के कारण कर्मचारी गेट के बाहर मेज कुर्सी डालकर काम करने लगे। हालांकि 3 घंटे बाद बीएसए ने नगर निगम को पैसे जमा करने की बात लिखित में दी। इसके बाद ठै। ऑफिस का ताला खोल दिया गया। बीएसए ने कहा, 29 मार्च तक पूरा पैसा जमा कर देंगे।