गोरखपुर-देवरिया फोरलेन में नए पुल का काम शुरू
फोरलेन सड़क, लेकिन पुल पुराने
यह सड़क पहले स्टेट हाईवे के रूप में जानी जाती थी. वर्ष 2019 में इसे फोरलेन बनाने के लिए बजट स्वीकृत हुआ और लोक निर्माण विभाग ने चौड़ीकरण कराया. बाद में वर्ष 2022 में इसे राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित कर दिया गया. सड़क तो पूरी तरह फोरलेन बन गई, लेकिन देवरिया शहर और चौरीचौरा में बने पुराने टू लेन पुल अभी भी पहले जैसे रह गए.
कुर्ना नाले का पुल बना जाम का कारण
देवरिया शहर के पास कुर्ना नाले पर स्थित टू लेन पुल पर प्रतिदिन सैकड़ों छोटे और बड़े वाहन गुजरते हैं. फोरलेन पर तेज गति से चल रहे वाहन जैसे ही इस पुल पर पहुंचते हैं, अचानक ब्रेक लगते हैं और यातायात धीमा हो जाता है. सुबह और शाम के समय यहां लंबा जाम लगना आम हो गया है. स्कूली वाहन, दफ्तर जाने वाले लोग और मालवाहक ट्रक घंटों फंसे रहते हैं.
हादसों का भी बना रहता है डर
स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल की संकरी चौड़ाई के कारण अक्सर छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं होती रहती हैं. कई बार जाम के दौरान स्थिति इतनी बिगड़ जाती है कि एंबुलेंस और जरूरी सेवाओं के वाहन भी फंस जाते हैं. इससे लोगों में नाराजगी बढ़ रही है.
चौरीचौरा में स्थिति और गंभीर
चौरीचौरा क्षेत्र में भी यही हाल है. फोरलेन हाईवे के बीच मौजूद टू लेन पुल तेज रफ्तार वाहनों के लिए खतरा बना हुआ है. लेन अचानक कम हो जाने से चालकों को अचानक ब्रेक लगाना पड़ता है. इससे पीछे से आने वाले वाहन टकरा जाते हैं और दुर्घटनाएं हो जाती हैं. स्थानीय नागरिक लंबे समय से इस समस्या को उठाते आ रहे हैं.
नए पुलों की जरूरत पर बनी सहमति
इन लगातार आ रही दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए नेशनल हाईवे प्रशासन ने देवरिया शहर और चौरीचौरा में एक-एक नए पुल के निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया है. दोनों जगह पुराने पुलों के समानांतर नए टू लेन पुल बनाने की योजना है, जिससे फोरलेन सड़क का लाभ पूरी तरह मिल सके.
अधिकारी का बयान
राष्ट्रीय राजमार्ग के सहायक अभियंता एमडी राय ने इस विषय पर जानकारी देते हुए बताया कि दोनों स्थानों पर नए पुलों के निर्माण से हाईवे पर यातायात पूरी तरह सुगम और सुरक्षित हो सकेगा. पुल बनने के बाद ही फोरलेन हाईवे का असली लाभ लोगों को मिल पाएगा.
नेशनल हाईवे प्रशासन ने इन दोनों पुलों के निर्माण का प्रस्ताव सरकार को भेज दिया है. योजना के अनुसार वित्तीय वर्ष 2026-27 में निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा. नए पुल बनने से यातायात सुचारु होगा, जाम और हादसों में कमी आएगी और वाहन चालकों को राहत मिलेगी. इससे समय और ईंधन की बचत के साथ-साथ देवरिया और चौरीचौरा क्षेत्र में व्यापार और विकास को भी गति मिलने की उम्मीद है.
पहले क्यों नहीं बने नए पुल
प्रदेश के लोक निर्माण विभाग ने जब सड़क का चौड़ीकरण कराया था, तब दोनों जगह पुराने पुलों से ही आवागमन का प्रस्ताव रखा गया था. अब राष्ट्रीय राजमार्ग प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए नए टू लेन पुल बनाने का निर्णय लिया है. नए वित्तीय वर्ष में इसके लिए सर्वे का काम शुरू किया जाएगा.
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शोभित पांडेय एक समर्पित और अनुभवशील पत्रकार हैं, जो बीते वर्षों से डिजिटल मीडिया और ग्राउंड रिपोर्टिंग के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। खबरों की समझ, तथ्यों की सटीक जांच और प्रभावशाली प्रेज़ेंटेशन उनकी विशेष पहचान है। उन्होंने न्यूज़ राइटिंग, वीडियो स्क्रिप्टिंग और एडिटिंग में खुद को दक्ष साबित किया है। ग्रामीण मुद्दों से लेकर राज्य स्तरीय घटनाओं तक, हर खबर को ज़मीनी नजरिए से देखने और उसे निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करने में उनकी विशेष रुचि और क्षमता है।