गोरखपुर लखनऊ रूट पर रेलवे का यह पुल तैयार
भविष्य को ध्यान में रखकर तैयार पुल
इस पुल पर फिलहाल सिर्फ एक लाइन का ट्रैक बिछाया गया है, लेकिन इसकी नींव डबल लाइन के मानक के हिसाब से तैयार की गई है. इसका मतलब यह है कि आगे चलकर यदि चौथी लाइन या कोई और अतिरिक्त निर्माण करना पड़ा, तो नई नींव नहीं डालनी होगी.
यह तरीका रेलवे के समय, संसाधन और बजट तीनों की बड़ी बचत करेगा. रेलवे इंजीनियरों का कहना है कि इस पुल के जरिए यह संदेश दिया गया है कि आने वाले समय में हर नई परियोजना लंबे समय तक चलने वाली और ज्यादा क्षमता वाली होगी.
पुराने एल्गिन ब्रिज का बोझ हल्का होगा
यह नया पुल उस ऐतिहासिक एल्गिन ब्रिज के समानांतर बनाया गया है, जिसका नाम अंग्रेज शासनकाल के गवर्नर जनरल लॉर्ड एल्गिन के नाम पर रखा गया था. नए पुल के शुरू होने से पुराने ढांचे पर पड़ने वाला लोड काफी हद तक कम होगा और उसकी सुरक्षा भी पहले से मजबूत बनेगी.
क्षेत्र की अर्थव्यवस्था और यातायात को नई रफ्तार
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने इस विषय पर जानकारी देते हुए बताया कि इस नए पुल से क्षेत्र की यातायात सुविधा, व्यापार, और लॉजिस्टिक कनेक्टिविटी में बड़ा सुधार लाएगा. यह प्रोजेक्ट आधुनिक तकनीक और भविष्य की सोच का शानदार उदाहरण है.
- सरयू पर पुलों का इतिहास: 1898 से अब तक
- सरयू नदी पर रेलवे पुलों का सफर 100 साल से भी ज्यादा पुराना है.
पहला पुल (एल्गिन ब्रिज)
- घाघरा घाट-चौकाघाट मीटर गेज लाइन के साथ वर्ष 1898 में तैयार हुआ.
- बाद में वर्ष 1981 में गोंडा-बाराबंकी सेक्शन के आमान परिवर्तन के दौरान इसे बड़ी लाइन के अनुरूप मजबूत किया गया.
दूसरा पुल
- घाघरा घाट-चौकाघाट सेक्शन के दोहरीकरण के दौरान वर्ष 2012-13 में बनाया गया.
- 14 अप्रैल 2013 को ट्रेनों के लिए खोला गया.
तीसरा पुल
- अब नया पुल बनकर पूरी तरह तैयार है और 5 दिसंबर से ट्रेनों की आवाजाही शुरू करेगा.
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शोभित पांडेय एक समर्पित और अनुभवशील पत्रकार हैं, जो बीते वर्षों से डिजिटल मीडिया और ग्राउंड रिपोर्टिंग के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। खबरों की समझ, तथ्यों की सटीक जांच और प्रभावशाली प्रेज़ेंटेशन उनकी विशेष पहचान है। उन्होंने न्यूज़ राइटिंग, वीडियो स्क्रिप्टिंग और एडिटिंग में खुद को दक्ष साबित किया है। ग्रामीण मुद्दों से लेकर राज्य स्तरीय घटनाओं तक, हर खबर को ज़मीनी नजरिए से देखने और उसे निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करने में उनकी विशेष रुचि और क्षमता है।