रेल क्रॉसिंग की परेशानी खत्म, गोरखपुर-लखनऊ रूट पर शुरू हुआ नया ओवरब्रिज
एक साल में तैयार हुआ आधुनिक ओवरब्रिज
करीब 138 करोड़ रुपये की लागत से बने इस रेल ओवरब्रिज को सेतु निगम ने महज एक साल में पूरा किया है. यह पुल 600 मीटर से अधिक लंबा है और आधुनिक तकनीक से तैयार किया गया है. बेहतर रोशनी, साउंड बैरियर और दोनों ओर पैदल यात्रियों के लिए फुटपाथ जैसी सुविधाएं इसमें शामिल हैं, जिससे यह पुल हर वर्ग के लोगों के लिए सुरक्षित और सुविधाजनक बन गया है.
अब ट्रैफिक जाम की समस्या समाप्त
नया आरओबी गोरखनाथ ब्रिज के समानांतर बनाया गया है, जिससे शहर में आवागमन के लिए एक अतिरिक्त मार्ग मिल गया है. इसके शुरू होने से गोरखपुर शहर में लगने वाला लंबा जाम कम होगा और लोगों का समय बचेगा. यह ध्यान देने योग्य है कि इस पुल से महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर और नेपाल जाने वालों को भी सीधा और आसान रास्ता मिलेगा.
बदली गोरखपुर की कनेक्टिविटी
लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ साल पहले जिन जगहों पर जाम आम बात थी, आज वहां चौड़ी और आधुनिक सड़कें नजर आती हैं. गोरखपुर से वाराणसी अब 2.5 से 3 घंटे में और लखनऊ 3 से साढ़े 3 घंटे में पहुंचा जा सकता है. बरगदवां से स्पोर्ट्स कॉलेज होते हुए मोहद्दीपुर तक की सड़क को चार लेन में बदला जा चुका है, जबकि हर्बर्ट बांध पर भी नई सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है.
आठ साल में बदली शहर की पहचान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के बीते वर्षों का जिक्र करते हुए कहा कि आठ साल पहले शहर बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रहा था. आज हालात पूरी तरह बदल चुके हैं. गोरखपुर अब जलभराव, माफिया, मच्छरों और गंभीर बीमारियों से मुक्त शहर बन चुका है. AIIMS और बीआरडी मेडिकल कॉलेज अत्याधुनिक इलाज के बड़े केंद्र बन गए हैं. दशकों तक कहर बरपाने वाली इंसेफेलाइटिस बीमारी पर भी पूरी तरह काबू पा लिया गया है.
पर्यटन का नया केंद्र बना रामगढ़ताल
विकास के साथ-साथ गोरखपुर पर्यटन के नक्शे पर भी तेजी से उभरा है. रामगढ़ताल अब शहर का प्रमुख पर्यटन स्थल बन चुका है, जहां स्थानीय लोगों के साथ-साथ बाहर से आने वाले पर्यटक भी बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं.
ठंड को लेकर सीएम का संदेश
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने भीषण ठंड और शीतलहर को लेकर प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाए जा रहे हैं और जरूरतमंदों को कंबल वितरित किए जा रहे हैं. अधिकारियों को साफ निर्देश दिए गए हैं कि कोई भी व्यक्ति खुले में न सोए और सभी को रैन बसेरों में शिफ्ट कराया जाए.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश राजस्व अधिशेष वाला राज्य बन चुका है और विकास कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं है. डबल इंजन सरकार की नीति का नतीजा है कि विरासत के साथ विकास भी तेज गति से आगे बढ़ रहा है. अगर इसी रफ्तार से काम होता रहा, तो गोरखपुर आने वाले समय में पूर्वांचल का सबसे मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर वाला शहर बनकर उभरेगा.
ताजा खबरें
About The Author
शोभित पांडेय एक समर्पित और अनुभवशील पत्रकार हैं, जो बीते वर्षों से डिजिटल मीडिया और ग्राउंड रिपोर्टिंग के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। खबरों की समझ, तथ्यों की सटीक जांच और प्रभावशाली प्रेज़ेंटेशन उनकी विशेष पहचान है। उन्होंने न्यूज़ राइटिंग, वीडियो स्क्रिप्टिंग और एडिटिंग में खुद को दक्ष साबित किया है। ग्रामीण मुद्दों से लेकर राज्य स्तरीय घटनाओं तक, हर खबर को ज़मीनी नजरिए से देखने और उसे निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करने में उनकी विशेष रुचि और क्षमता है।