गोरखपुर इस रूट के एक्स्प्रेस-वे को लेकर अपडेट, लग रहे पिलर

गोरखपुर इस रूट के एक्स्प्रेस-वे को लेकर अपडेट, लग रहे पिलर
गोरखपुर इस रूट के एक्स्प्रेस-वे को लेकर अपडेट, लग रहे पिलर

उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में स्थित गोरखपुर जिले के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों हलचल तेज हो गई है. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से प्रस्तावित पानीपत-गोरखपुर एक्सप्रेस-वे को लेकर जमीनी स्तर पर गतिविधियां शुरू हो चुकी हैं. सर्वे के आधार पर जमीनों की पहचान और चिन्हांकन का काम किया जा रहा है, जिससे ग्रामीणों में इस परियोजना को लेकर चर्चा बढ़ गई है.

कैंपियरगंज तहसील के कई गांव शामिल

पिछले 3 दिनों से कैंपियरगंज तहसील क्षेत्र के रमवापुर, बढ़या, नयनसर, कानापार, रायपुर, भईयाराम और जरहद जैसे गांवों में सर्वे टीम जमीनों की मार्किंग कर रही है. अधिकारी नक्शे और उपकरणों के साथ खेतों और बाग-बगीचों में पहुंचकर संभावित मार्ग को चिन्हित कर रहे हैं.

कृषि भूमि और बाग भी आएंगे दायरे में

प्रारंभिक सर्वे में यह सामने आया है कि एक्सप्रेस-वे की जद में महायोगी गोरखनाथ कृषि विज्ञान चौकमाफी का बगीचा भी आ सकता है. इससे जुड़े लोगों में अपनी जमीन और फसलों को लेकर सवाल उठने लगे हैं. हालांकि अभी यह प्रक्रिया शुरुआती चरण में है.

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गोरखपुर-सोनौली मार्ग से होगा कनेक्शन

प्रस्तावित एक्सप्रेस-वे जंगल कौड़िया ब्लॉक के रायपुर गांव के पास गोरखपुर-सोनौली मार्ग से जुड़ेगा. इससे सीमावर्ती क्षेत्रों के साथ-साथ अंतरराज्यीय यातायात को भी मजबूती मिलेगी. स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि इससे क्षेत्र का विकास तेज होगा.

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चौपाल लगाकर दी जाएगी जानकारी

अधिकारियों का कहना है कि कुछ हफ्तों बाद गांवों में चौपाल लगाकर ग्रामीणों को इस परियोजना की पूरी जानकारी दी जाएगी. इस दौरान लोगों की समस्याएं, सुझाव और आपत्तियां भी सुनी जाएंगी, जिससे आगे की प्रक्रिया में उन्हें शामिल किया जा सके.

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अधिकारी का बयान

एनएचएआई के परियोजना निदेशक ललित प्रताप पाल ने इस विषय पर जानकारी देते हुए बताया है कि अभी प्रारंभिक सर्वे और चिन्हांकन का कार्य चल रहा है. रिपोर्ट सरकार को भेजने के बाद आगे की प्रक्रिया तय की जाएगी. सड़क बनने से लंबी दूरी की यात्रा पहले से कहीं अधिक सुगम हो जाएगी.

चौड़ी सड़क, तेज रफ्तार यात्रा

एक्सप्रेस-वे की चौड़ाई लगभग 70 मीटर प्रस्तावित है. इसके बनने से लंबी दूरी की यात्रा आसान और सुरक्षित होगी. भारी वाहनों और सामान्य यातायात के लिए अलग व्यवस्था होने से दुर्घटनाओं में भी कमी आने की उम्मीद है.

पानीपत से कुशीनगर तक प्रस्तावित यह एक्सप्रेस-वे 700 किलोमीटर से अधिक लंबा होगा. गोरखपुर जिले में इसकी लंबाई लगभग 40 किलोमीटर तय की गई है. वर्तमान में जमीनों की मार्किंग के बाद सर्वे रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी. उच्च अधिकारियों के निर्देश मिलने के बाद भूमि अधिग्रहण और निर्माण से जुड़ी अगली कार्रवाई शुरू होगी. इस एक्सप्रेस-वे के बन जाने से पानीपत से कुशीनगर की यात्रा कम समय में पूरी होगी, साथ ही क्षेत्रीय विकास को भी नई दिशा मिलेगी.

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शोभित पांडेय एक समर्पित और अनुभवशील पत्रकार हैं, जो बीते वर्षों से डिजिटल मीडिया और ग्राउंड रिपोर्टिंग के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। खबरों की समझ, तथ्यों की सटीक जांच और प्रभावशाली प्रेज़ेंटेशन उनकी विशेष पहचान है। उन्होंने न्यूज़ राइटिंग, वीडियो स्क्रिप्टिंग और एडिटिंग में खुद को दक्ष साबित किया है। ग्रामीण मुद्दों से लेकर राज्य स्तरीय घटनाओं तक, हर खबर को ज़मीनी नजरिए से देखने और उसे निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करने में उनकी विशेष रुचि और क्षमता है।