यूपी में इन लोगों के लिए खुशख़बरी, 735 करोड़ रुपए मंज़ूर

यूपी में इन लोगों के लिए खुशख़बरी, 735 करोड़ रुपए मंज़ूर
Uttar Pradesh News

यूपी में राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 2.0 के लिए वित्तीय वर्ष 2025 से 26 में 735.94 करोड रुपए की मंजूरी कर दिया है जिसमें इस योजना के अंतर्गत निर्माण होने वाली हर घर की जियो टैगिंग अनिवार्य कर दी गई है शासन ने धन का सही प्रयोग सुनिश्चित करने का दिशा निर्देश दिया है इस योजना से प्रदेश में आवंटित 252605 आवासों का निर्माण कार्य पूरा करने में काफी मदद मिलेगा.

सरकार की वर्तमान पहल

उत्तर प्रदेश के राजधानी लखनऊ में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी 2.0 के लिए साल 2025 और 26 में 735.94 करोड रुपए की लगभग राशि स्वीकृत किया जा चुका है जिसमें केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार दोनों का अंश शामिल करने का सूचना प्राप्त हुआ है धनराशि स्वीकृति करने के साथ-साथ ही प्रत्येक आवास की फोटो वीडियो रिकॉर्डिंग, जियो टैगिंग विशेष रूप से अनिवार्य कर दिया गया है.

निर्माण कार्य में राष्ट्रीय भवन संहिता के मानकों तथा आपदा प्रतिरोधी सुविधाओं का पालन सुनिश्चित करने के लिए भी कहा गया है. शासन की दिशा निर्देश दिए जाने पर धन की अनुचित उपयोग होने पर पूरी राशि ब्याज सहित भारत सरकार को लौटानी पड़ सकती है योजना के लिए पहले से किसी अन्य स्रोत से धनराशि प्राप्त न होने की पुष्टि सुडा तथा डूडा को करनी होगी.

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क्या ढाई लाख की संख्या संभव है

अब इस योजना के अंतर्गत नगर विकास के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने बताया है कि धनराशि जारी होने से प्रधानमंत्री आवास योजना 2.0 के लक्ष्य हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाएंगी तथा इस योजना के अंतर्गत प्रदेश को 252605 आवास आवंटित किया जा चुका है. सरकार के इस योजना में हर किसी को घर की स्वच्छ भारत में सरकार की सबसे बड़ी सामाजिक आर्थिक योजनाओं में से एक बन चुकी है प्रधानमंत्री आवास योजना तथा शहरी क्षेत्र में जरूरतमंद परिवारों को पक्का घर उपलब्ध कराने का लक्ष्य तय किया गया है.

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ऐसे में यदि कहा गया है कि ढाई लाख लोगों को अपना घर आवश्यक रूप से मिलेगा तो यह एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है शहरी क्षेत्र के लिए यह योजना है जिसमें गरीब रेखा के नीचे निम्न तथा मध्यम आय वर्गों को पक्का घर उपलब्ध कराने की योजना की रणनीति बनाई गई है. ग्रामीण भारत में पक्का आवास बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करना इसका उद्देश्य है अगले कुछ सालों में लाखों ग्रामीण घर बनाने का लक्ष्य है.

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शम्भूनाथ गुप्ता पिछले 5 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता में हैं। 'मीडिया दस्तक' और 'बस्ती चेतना' जैसे प्लेटफॉर्म पर न्यूज़ और वीडियो एडिटिंग टीम में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। न्यूज़ प्रोडक्शन और डिजिटल कंटेंट निर्माण में गहरा अनुभव रखते हैं। वर्तमान में वे 'भारतीय बस्ती' की उत्तर प्रदेश टीम में कार्यरत हैं, जहां वे राज्य से जुड़ी खबरों की गंभीर और सटीक कवरेज में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।