लखनऊ: उत्तर प्रदेश के शिक्षकों और कर्मचारियों को समय पर वेतन और त्योहारों पर अवकाश दिलाने की मांग को लेकर शिक्षकों के विभिन्न संगठनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। संगठनों का कहना है कि चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से आरंभ हो रही है, जबकि 31 मार्च या 1 अप्रैल को ईद का त्योहार मनाया जाएगा। ऐसे में शिक्षकों और कर्मचारियों को मार्च माह का वेतन समय से पहले देने के लिए आदेश जारी किया जाए।
बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन की मांग
विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष संतोष तिवारी ने बताया कि प्रदेश के लाखों शिक्षक और कर्मचारी इन प्रमुख त्योहारों को मनाने की तैयारी कर रहे हैं। यदि वेतन समय पर न मिला, तो उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार से 30 मार्च से पहले वेतन जारी करने की मांग की गई है।संघ के प्रांतीय सचिव दिलीप चौहान ने भी इस मांग को उचित बताते हुए कहा कि चैत्र नवरात्र हिंदू समुदाय के लिए विशेष महत्व रखता है, वहीं ईद मुस्लिम समाज का सबसे बड़ा पर्व है। ऐसे में सभी कर्मचारियों को समय पर वेतन देकर सरकार उन्हें राहत प्रदान कर सकती है। साथ ही, उन्होंने यह भी आग्रह किया कि पूर्व की परंपरा के अनुसार, इस बार भी अलविदा जुमे की छुट्टी घोषित की जाए, ताकि संबंधित शिक्षक और कर्मचारी इसका लाभ उठा सकें।
माध्यमिक शिक्षक संघ ने भी उठाई आवाज
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (चंदेल गुट) ने भी प्रदेश सरकार से अनुरोध किया है कि ईद से पहले शिक्षकों और कर्मचारियों के वेतन का भुगतान किया जाए। संघ के प्रदेश मंत्री संजय द्विवेदी ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा कि वित्तीय नियमों के तहत यदि महीने की अंतिम तारीख को कोई अवकाश या पर्व पड़ता है, तो वेतन को एडवांस में दिया जा सकता है। पूर्व में भी सरकार इस तरह का निर्णय ले चुकी है।
इसके अलावा, संजय द्विवेदी ने यूपी बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य को लेकर भी सरकार से अपील की है। उन्होंने बताया कि 19 मार्च से बोर्ड परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन कार्य जारी है, जो 2 अप्रैल तक चलेगा। ऐसे में 31 मार्च को ईद के दिन सभी मूल्यांकन केंद्रों पर कार्य स्थगित करने का आदेश दिया जाए, ताकि शिक्षक भी त्योहार मना सकें।