वाराणसी से इस रूट पर फोरलेन की मंज़ूरी, इन जिलो का सफर होगा आसान
-(1)2.png)
यूपी में विभिन्न राज्यों में अब ग्रीन फील्ड फोरलेन सड़क योजनाओं की मंजूरी मिलते ही स्थानीय लोगों में खुशी की लहर है. इस दौरान शहरों में यातायात का दबाव कम होगा और क्षेत्रीय इलाकों में विकास को बढ़ावा मिल पाएगा इस योजना के अंतर्गत अब न केवल आवागमन में सुविधा मिल पाएगी अपितु आर्थिक और सामाजिक विकास में भी योगदान मिल पाएगा.
फोरलेन एक्सप्रेसवे को मिली मंजूरी
उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में रिंग रोड अब फेज 2 के तीसरे चरण में इस योजना को कुछ ही दिनों में जनता के सामने धरातल पर उतरा जाएगा. अब लगभग लगभग 7 साल बाद लंबे इंतजार के बाद वाहनों को चंदौली आने जाने के लिए गाजीपुर, नेपाल, बलिया और गोरखपुर आने जाने वाले यातायात वहां चंदौली के मार्ग होते हुए बिहार और बंगाल जाने के लिए बनारस के रिंग रोड पर भी इन वाहनों को नहीं आना पड़ेगा
निर्माण कार्य के दौरान गांव के लोगों को भी फायदा
इसमें करीब करीब 29 करोड रुपए की धनराशि से स्वीकृति मिल चुकी है. अब 1684 करोड रुपए की धनराशि से इसका निर्माण कार्य पूरा होगा उसके बाद बची हुई धनराशि जमीन खरीदने में खर्च की जाएगी अब 260 हेक्टेयर भूखंड खरीदना पड़ सकता है इसमें 30 से अधिक गांवों को और किसानों को प्रभावित होना पड़ सकता है डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट के अंतर्गत कार्य प्रारंभ हो चुका है. कोलकाता रांची और वाराणसी अब ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के पास पहले और दूसरे चरण में चंदौली के आसपास चार गांव को जोड़ने की सहमति अब दे दी गई है
अब इसके लिए नई सर्विस रोड बनाने की योजना बनाई जा रही है निरीक्षण प्रारंभ होने का भी आदेश दे दिया गया है चंदौली में दो नदियां चंद्रप्रभा और गरई के आसपास बसे हुए इलाकों में चार गांव बसेरा तथा खुरहुजा, चनहाटा और सिकंदरपुर में काफी वक्त से ग्रामीण सर्विस लेन बनाने की मन किया जा रहा है इस मामले को लेकर आंदोलित है यहां स्थानीय लोग चाहते हैं कि उनका गांव सीधे तौर पर एक्सप्रेसवे से जुड़े और या सभी गांव वर्षों से बाढ़ की त्रासदी झेलने को हमेशा से मजबूर रहता है.