यूपी के इस जिले में बसो की मरम्मत के दौरान भ्रष्टाचार, हुई सत्यता की पुष्टि
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यूपी में राज्य सड़क परिवहन निगम महाकुंभ 2025 के दौरान रोडवेज की खराब बेसन की मरम्मत के लिए और डीजल आपूर्ति में तमाम शिकायतों को दर्ज किया जा चुका है इस दौरान खरीद प्रक्रिया पारदर्शिता और नियमों के तहत जांच की जा रही है.
आधिकारिक जांच और रिपोर्ट की सच्चाई
उत्तर प्रदेश में रोडवेज की सेवा प्रबंधन धनीराम ने महाकुंभ के लिए 500 बस आवंटित करके मरम्मत के दौरान खेल किया है. इसमें डीजल आपूर्ति में भी घोटाला करने का मामला सामने आ चुका है. बरेली परिक्षेत्र में अगस्त माह 2023 में सेवा प्रबंधन का पदभार संभालते ही इन्होंने साइन इंटरप्राइजेज का ठेका निरस्त करवा दिया था सीएम सिटी गोरखपुर इस क्षेत्र में उनके खिलाफ डीजल घोटाले का मामला चार्ज शीट में बदल चुका था. बरेली में चार्ज संभालने के दौरान सीएम सिटी गोरखपुर ठेकेदार को भी बरेली लाया गया
इस मामले की सत्यता की पुष्टि जारी
मिली जानकारी के अनुसार ममता और भसीन इंटरप्राइजेज को काली सूची में डालने के बजाय दोनों फर्मो को 50 लख रुपए की राशि का भुगतान कर दिया गया फरवरी माह में महाकुंभ के दौरान सेवा प्रबंधन समय चारों डिपो के आम बेसन की मरम्मत के नाम पर फर्जी बिल पास कर अपनी जेब गरम करते रहें. अब इसी बीच महाकुंभ के बाद गर्दन बचाने के लिए सेवा प्रबंधक मई माह में दो बार टेंडर निकल चुके एक बार टेंडर माह 22 मई को जो खुल चुका है इसमें किसी फर्म ने किसी भी प्रकार से हिस्सा नहीं लिया है
अब टेंडर 31 मई को खोला जाएगा जबकि इससे पहले भ्रष्टाचार के मामले में सेवा प्रबंधन कई बार निलंबित कर दिया गया है अधिकारियों ने खुद की जब को गर्म करने के लिए रोडवेज के बेड़े में शामिल की गई बीएस-6 शिरडी की 250 से ज्यादा नई बसों को भी दुर्दशा करवा दी लेकिन नियम अनुसार इन बसों के मरम्मत का काम संबंधित कंपनी और बसो की आपूर्ति करने वाले डीलर को देखना पड़ा था. इसी दौरान अधिकारियों ने कुशल कारीगरों से इनकी मरम्मत करवा रही