यूपी में इस रूट के हाईवे पर फ्लाइओवर का निर्माण शुरू
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यूपी में फ्लाईओवर का निर्माण कार्य अब प्रारंभ हो चुका है जिसमें इसका उद्देश्य जाम से निजात दिलाना तथा यातायात प्रवाह में व्यापक सुधार लाना पहली प्राथमिकता होगी. फ्लाईओवर विशेष कर उस हिस्से में निर्माण करवाया जाता है जहां पर रोजाना भारी वाहन तथा ग्रामीण परिवहन के कारण जाम के नियंत्रण समस्या होती रहती है.
यात्रा और दौड़ में तेजी और समय खंड में सुधार
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में पटहेरिया स्थानीय कस्बे में हाईवे पर फ्लाईओवर का निर्माण कार्य दिन बृहस्पतिवार को प्रारंभ हो गया है जिसमे जेसीबी से मिट्टी खुदाई कर जल स्तर मापने के लिए सड़क के किनारे बोर किया जा रहा है. अब निर्माण कार्य चिन्हित जगह पर करवाने की योजना की गई है जिसमें फ्लाईओवर के लिए पिलर की गहराई का आकलन लगातार किया जा रहा है.
पटहेरिया और फाजिलनगर, सलेमगढ़ में भारतीय राष्ट्रीय राज्यमार्ग प्राधिकरण की तरफ से नया फ्लाईओवर निर्माण की मंजूरी पटहेरिया मैं भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा पुल के निर्माण कार्य में दिन बृहस्पतिवार को प्रारंभ करवा दिया गया था जिसमें सर्वप्रथम कार्यदायी संस्था की तरफ से उत्तरी लेने पर जगह-जगह बोरकर वहां का जलस्तर और भूमि के स्वरूप की जांच की जा रही है. वैसे भी निर्माण कार्य के लिए विद्युत विभाग द्वारा सर्वे कर फोर लेन के किनारे विद्युत पोल को हटाने के लिए जगह चिन्हित किया जा चुका है अब दुकानदारों द्वारा निर्धारित मानक के अनुसार अतिक्रमण हटाए जाने का काम पहले से ही जारी है.
जाम की समस्या में उल्लेखनीय कमी
इस निर्माण कार्य को लेकर आरंभिक चरणों में भूमि संबंधी प्रक्रिया और इंजीनियरिंग डिजाइन का काम करवाया जा रहा है इस परियोजना से स्थानीय लोगों को लाभ मिलेगा और नियमित रूप से आवागमन की भीड़ भी लगी ही रहती है प्रारंभिक स्तर पर वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था की जाएगी जिसमें निर्माण कार्य के साथ-साथ ट्रैफिक मैनेजमेंट भी लगातार जारी रहेगा. जिसमें निर्माण कार्य के समय रेखा और एजेंसी लगातार जानकारी को प्रदान करते रहेंगे. अब निर्माण के दौरान चारों ओर बैरिकेडिंग और कार्यक्षेत्र को भी देखा जा रहा है.
जिसमें आम वाहनों के लिए लेने सीमित रह जाती है अक्सर ठोस डायवर्सन और सर्विस लेन की व्यवस्था नहीं होती है जिससे वाहनों को एक ही मार्ग से गुजरना पड़ता है और लोगों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है आए दिन सुबह और शाम कई घंटे तक निर्माण क्षेत्र वाहनों की गति को बेहद धीमा भी कर देता है और कभी-कभी 30 से 35 मिनट तक जाम की स्थिति बनी ही रहती है ट्रैफिक पुलिस और निर्माण प्रबंधन द्वारा सही डायवर्सन और वहां मार्गदर्शन न होने पर जाम और भी गंभीर हो जाता है. इन सभी से छुटकारा अब पाने के लिए विकास को बढ़ावा दिया जा रहा है.