यूपी में इस घर से निकलेगा बाईपास! तीन महीने से अटका ओवरब्रिज का काम

यूपी में इस घर से निकलेगा बाईपास! तीन महीने से अटका ओवरब्रिज का काम
Uttar Pradesh

यूपी में ओवर ब्रिज का निर्माण तीव्र गति से किया जा रहा है. इस निर्माण के दौरान मकान के बीच से होकर गुजरने की खबर आई है. ऐसा कहा गया है कि ओवर ब्रिज घर की दीवार से सटकर बनता प्रतीक दिखाई पड़ रहा है. ऐसा लग रहा है कि निकास घर के अंदर से करवाया जाएगा. 

ओवर ब्रिज निर्माण में बाधा बना मकान

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ओवर ब्रिज ट्रैफिक की राह आसान बनाने के लिए निर्माण करवाया जाता है जिसमें इन दोनों देश के दो ओवर ब्रिज अलग-अलग वजह से सुर्खियों में बध चुके हैं. राजधानी लखनऊ में ओवर ब्रिज एक मकान के चलते अभी रूका हुआ है. और दूसरी तरफ भोपाल में बने एक एल शेप ब्रिज की अजीब डिजाइन अब प्रशासन की किरकिरी करवा चुकी है. इन दोनों मामलों में अधिकारी और अफसर के लापरवाही तथा योजना निर्माण में खामी सामने प्रदर्शित कर रही है.

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राजधानी लखनऊ के पारा इलाके में बन रहा केसरीखेड़ा ओवर ब्रिज एक मकान के चलते पिछले 3 महीने से रुका पड़ा हुआ है ब्रिज कृष्णा नगर क्रॉसिंग के पास निर्माण किया जा रहा है जो कानपुर शहर रोड पर हरदोई रोड को कनेक्ट करेगा ओवर ब्रिज प्रारंभ होने पर अवध चौराहे सहित आसपास के क्षेत्र में जैसे कि तालकतोरा, नादरगंज, अमौसी लगभग लगभग 5 लाख आबादी को राहत मिलेगा लेकिन अब एक दो मंजिला मकान का कोना ओवर ब्रिज के निश्चित दिशा में आ जाएगा जिससे काम भी रुक जाएगा. 

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इससे कितना फर्क पड़ेगा?

सेतु निगम के टीम अब तक ब्रिज का निर्माण पूरी कर चुकी है जिसमें आगे का रास्ता मकान के कारण बंद हो चुका है खास बात यह है कि मकान का कुछ हिस्सा रेलवे की जमीन पर है जिसमें मकान मालिक दवा किए हैं की जमीन उनकी है मुआवजा को लेकर बातचीत की जा रही है जिसमें जिला प्रशासन अभी तक उन्हें राजी नहीं कर पाया है. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक तैयार ओवर ब्रिज अपनी एल शेप डिजाइन की वजह से सोशल मीडिया पर समा बांधा हुआ है.

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लगभग लगभग 18 करोड रुपए की लागत से निर्माण हो रहा ब्रिज 648 मीटर लंबा और 8.5 मीटर चौड़ा किया जा रहा है इसमें एक ऐसा 90 डिग्री का तीखा मोड निर्माण करवा दिया गया है जिसमें वाहन चालक के लिए बेहद खतरनाक साबित हो रहा है इस डिजाइन की आलोचना होने के बाद भी प्रशासन अपनी हरकत में नहीं आ रहा है अब ब्रिज के पुनः डिजाइन की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है. रेलवे में पुल विस्तार को लेकर मंजूरी दे चुकी है अब इस मोड को गोलाकार टर्न में तब्दील किया जाएगा ऐसा इसलिए की यातायात सुगम और सुरक्षित हो सके.

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