यूपी के इस जिले में सड़क चौड़ीकरण को लेकर बुलडोजर एक्शन शुरू
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यूपी में इधर कुछ दिनों से कई इलाकों में सड़कों के चौड़ीकरण का कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है. जिसमें फ्लाईओवर निर्माण के लिए और रोड चौड़ीकरण के लिए अतिक्रमण हटाए जाने का फैसला लिया गया है. अब इसी चरण में पीडब्ल्यूडी को कई चुनौतियों का सामना भी करना पड़ सकता है. जिसमें मुख्य कारण इन सड़कों पर धार्मिक स्थलों का निर्माण बन पड़ा हुआ है.
निर्माण कार्य के दौरान बड़ी परेशानियां
अब इन्हें तोड़े जाने का विरोध ना हो, काम भी बिना बाधा के तीव्र गति के साथ चला रहे इसी मानसा के साथ अफसर अभियान को भी आगे बढ़ा रहे हैं. अब वाराणसी शहर में निर्माण प्रारंभ करने से पहले पीडब्ल्यूडी विभाग ने एक स्ट्रक्चर इनके द्वारा तैयार किया गया था जिसमें अलग-अलग सड़कों पर 122 ऐसे धार्मिक स्थल को चिन्हित किया गया था जिनको हटाने के प्लानिंग प्रारंभ से ही की गई थी. अब इसके लिए स्थानीय लोगों के साथ ही पीडब्ल्यूडी ने अपने स्तर पर भी इनको दूसरी जगह पर स्थापित करने की तैयारी प्रारंभ कर दी थी और जब कार्रवाई तीव्र गति के साथ आगे बढ़ी तो इस दिशा में काम भी तेजी से किया जा रहा है और अब तक 100 से अत्यधिक मंदिर तथा मजार के लिए जगह देने की कार्रवाई भी पूरी कर ली गई है.
मजार के लिए मांगी गई जमीन
अब इस योजना में वाराणसी हाईवे तथा रिंग रोड के साथ इस शहर की सड़कों को इंटरनली चौड़ा करने के लिए इस समय तेजी से निर्माण कार्य किया जा रहा है जिसमें 6 ऐसी सड़के हैं जिनके चौड़ीकरण की कार्रवाई जारी है इन सड़कों का निर्माण कार्य पूरा होने में अप्रैल 2027 तक पूरा होगा. अब इस कड़ी में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के निर्माण के बाद जिस तरह से यहां लोगों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है अब उसके बाद सड़कों को चौड़ीकरण होने में भी बेहद जरूरी माना जा रहा है अब इसी कारण से हाईवे और रिंग रोड से शहर के अंदर आने वाली 6 सड़कों का चौड़ीकरण किया जा रहा है जिसमें 111 मंदिर के साथ-साथ 11 मजार भी मिले थे मंदिर को विस्थापित करने के लिए काशी के विद्वानों से राय भी ली जा रही है जबकि मजार को हटाकर इन्हें भी नई जगह पर शिफ्ट करने के लिए धर्म गुरुओं से बातचीत की गई थी.
अभी दौरान मजार बनाने के लिए जितनी जमीन की मांग की गई उतना पीडब्ल्यूडी विभाग उपलब्ध करवाया है जो भी पुरानी मजार और पुराने मंदिर हैं जो 2011 जनवरी तक बने थे उनको छोड़कर बाकी पर कार्रवाई जारी है. इस दौरान पीडब्ल्यूडी के अधिकारी केके सिंह ने बताया है कि इसके लिए अब बाकायदा अभियंता मौके पर जाकर यह चेक कर रहे हैं की और रिपोर्ट भी बना रहे हैं कि कौन सही है और कौन गलत, जांच के बाद जो भी उचित पाया गया है अब उसे धार्मिक स्थल को विस्थापित करने की कार्रवाई आवश्यक रूप से की जा रही है अब इसके लिए स्थानीय लोगों की एक कमेटी बनाकर उनसे विचार विमर्श किया जा रहा है ऐसे में वाराणसी में कई मंदिर है जो लोगों की मदद से शिफ्ट किया जा रहा है.
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शम्भूनाथ गुप्ता पिछले 5 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता में हैं। 'मीडिया दस्तक' और 'बस्ती चेतना' जैसे प्लेटफॉर्म पर न्यूज़ और वीडियो एडिटिंग टीम में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। न्यूज़ प्रोडक्शन और डिजिटल कंटेंट निर्माण में गहरा अनुभव रखते हैं। वर्तमान में वे 'भारतीय बस्ती' की उत्तर प्रदेश टीम में कार्यरत हैं, जहां वे राज्य से जुड़ी खबरों की गंभीर और सटीक कवरेज में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।